गोड्डा की नाबालिग को दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस से किया गया रेस्क्यू
बीती रात आरपीएफ और रेलवे चाइल्ड लाइन ने इस 16 वर्षीय किशोरी को किया था रेस्क्यू
धनबाद आरपीएफ और रेलवे चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने रविवार की रात दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस से एक 16 वर्षीय किशोरी को रेस्क्यू किया. बताया जा रहा है कि इस किशोरी को कुछ लोगों ने ट्रेन में संदिग्ध परिस्थिति में देखा था. इसकी सूचना तत्काल चाइल्ड हेल्प लाइन पर दी. रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम ने पूजा के नेतृत्व में आरपीएफ के सहयोग से किशोरी का रेस्क्यू किया. सोमवार को इस किशोरी को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया. बताया जा रहा है कि किशोरी घर जाना नहीं चाहती है. परिवार वालों का पता चल चुका है. सीडब्ल्यूसी ने फिलहाल किशोरी को होप हाउस में रखा है. यहीं उसकी काउंसेलिंग चल रही है. इस मामले में सीडब्ल्यूसी ने संबंधित जिले से सोशल इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट मंगाने का निर्देश दिया है. इस अवसर पर अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी के अलावा डॉ मीरा सिन्हा, ममता अरोड़ा, डॉ प्रेम कुमार, संध्या सिन्हा, चंदन कुमार , पूजा , विकास , शिम्पी गुप्ता आदि मौजूद थे.
परिवारजनों को सौंपी गयी पीड़िता :
गोविंदपुर थाना क्षेत्र की एक पीड़िता को करीब तीन माह के बाद उसके परिजनों को सौंपा गया. पीड़िता पहले घर जाना नहीं चाहती थी. उसे बच्ची बाल गृह में रखा गया था. लगातार काउंसेलिंग के बाद वह मातापिता के पास जाने को वह तैयार हुई. पॉक्सो जज प्रभाकर सिंह ने सीडब्लूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी की रिपोर्ट के आधार पर बालिका को परिवारजनों को सौंपने का आदेश दिया गया. बच्ची के साथ ही उसके परिजनों की काउंसेलिंग की गयी. इसमें सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी, गोविन्दपुर इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद, बालिका गृह अधीक्षक पूजा सिंह की खास भूमिका रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है