Dhanbad news: बिना साधना के नहीं मिलता है भगवान का सानिध्य : सुरेंद्र हरिदास
धैया में भागवत कथा सुनाते हुए कथावाचक सुरेंद्र हरिदास ने जीवन में सत्य व धर्म के पालन की महत्ता बतायी.
धनबाद.
श्रीमद् भागवत कथा इतनी पवित्र और दिव्य है कि देवताओं को भी इसे सुनने का सौभाग्य कठिनाई से प्राप्त होता है. मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य भगवान की भक्ति और उनके मार्गदर्शन में चलना है. उक्त बातें धैया में भागवत कथा सुनाते हुए कथावाचक सुरेंद्र हरिदास ने शनिवार को कही. उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सत्य और धर्म का पालन करना अत्यंत आवश्यक है. सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति अपने जीवन में हर कठिनाई को सहजता से पार कर लेता है. जिन भक्तों का भगवान के प्रति अनुराग होता है, वे जीवन की भटकन भरी राहों से मुक्त होकर सीधा उनके चरणों में स्थान पाते हैं.आज खेली जायेगी फूलों की होली
उन्होंने कहा कि बिना साधना के भगवान का सानिध्य नहीं मिलता. द्वापर युग में गोपियों को भगवान श्री कृष्ण का सानिध्य इसलिए मिला, क्योंकि उन्होंने त्रेता युग में ऋषि – मुनि के जन्म में भगवान के सानिध्य की इच्छा को लेकर कठोर साधना की थी. जितना समय हम इस दुनिया को देते हैं, उसका पांच फीसदी भी यदि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लगाएं, तो भगवान की कृपा निश्चित मिलेगी. रविवार को सुदामा कृष्ण मिलन, भगवान शुकदेव जी की विदाई एवं वृन्दावन की फूलों की होली खेली जाएगी. उसके बाद कथा को विश्राम दिया जायेगा.
कथा को सफल बनाने में रामचंद्र प्रसाद गुप्ता, शोभा देवी, श्याम पांडे, स्वाति पांडे, एसके सिन्हा (पलटन बाबू) सिद्धेश्वर दुबे, कृष्णा देवी, शिव शंकर झा, सुनील अग्रवाल, कोयल डे, शिशिर मंडल, आलोक मिश्रा, राजकुमार नाग,अमृत सिंह, रूपांजलि सिंह, रुचि बंसल,टिंकू दास, इंद्र सिंह, उपेन्द्र मालाकार, कलावती देवी,रेणु देवी, मीना देवी,रेखा देवी आदि सक्रिय हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है