Dhanbad News : बैंक मोड़, पुराना बाजार से लेकर केंदुआ, करकेंद के इलाके कांड्रा ग्रिड की बिजली से होंगे रोशन
गोधर व जोड़ाफाटक सबस्टेशन को कांड्रा से जोड़ने का काम शुरू, इस गर्मी इन दोनों सबस्टेशन से संबंधित इलाकों में वैकल्पिक ग्रिड से बिजली मिलने का रास्ता हो जायेगा साफ
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झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल), धनबाद एरिया बोर्ड अंतर्गत बैंक मोड़, पुराना बाजार, मटकुरिया से लेकर केंदुआ और करकेंद तक के इलाके गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड की बिजली से रोशन होंगे. इन इलाकों में जेबीवीएनएल के गोधर व जोड़ाफाटक रोड स्थित सबस्टेशन से बिजली सप्लाई की जाती है. जेबीवीएनएल के अधिकारियों ने इन दोनों सबस्टेशनों को कांड्रा ग्रिड की बिजली से जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया है. इन दोनों सबस्टेशन को कांड्रा ग्रिड से जोड़ने के लिए 33 केवीए केबल बिछाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. अधिकारियों ने गर्मी से पहले इस योजना का कार्य पूरा करने का दावा किया है. बता दें कि गोधर व जोड़ाफाटक रोड स्थित सबस्टेशन को कांड्रा ग्रिड से जोड़ने की मांग काफी दिनों से हो रही है.
नावाडीह से गोधर व जोड़ाफाटक पीएसएस तक पहुंचेगी ग्रिड की बिजली :
जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार नावाडीह से भूली, गोधर व जोड़ाफाटक रोड स्थित सबस्टेशन इंटर कनेक्टेड है. इस वजह से नावाडीह सबस्टेशन को कांड्रा की बिजली से जोड़ने का कार्य शुरू किया गया है. ग्रिड से नावाडीह पीएसएस तक बिछायी गयी 33 केवीए अंडरग्राउंड केबल की टेस्टिंग शुरू कर दी गयी है. वहीं ग्रिड से नावाडीह पीएसएस तक ओवरहेड बिजली के तार बिछाने का कार्य भी शुरू किया गया है. नावाडीह तक ग्रिड की बिजली पहुंचते ही अन्य सभी सबस्टेशन तक जरूरत के अनुसार बिजली सप्लाई करने का रास्ता साफ हो जायेगा.ग्रिड की क्षमता बढ़ने पर गोधर व जोड़ाफाटक पीएसएस को जोड़ने की बनी योजना :
बता दें कि हाल के दिनों में गोविंदपुर स्थित कांड्रा ग्रिड की क्षमता बढ़कर 160 मेगावाट कर दी गयी है. पूर्व में इसकी क्षमता 80 मेगावाट थी. ग्रिड से 50 से 60 मेगावाट बिजली ही सप्लाई की जाती थी. इससे गोविंदपुर, बरवाअड्डा के इलाकों के साथ आमाघाटा, कुसुम विहार, सरायढेला, हीरापुर, हाउसिंग कॉलोनी, धैया आदि सबस्टेशन में बिजली मिलती है. ग्रिड की क्षमता बढ़ने के बाद जेबीवीएनएल के अधिकारियों ने शहर के छूटे हुए इलाकों को ग्रिड की बिजली से जोड़ने की योजना बनायी है.बिजली सप्लाई के लिए मिलेगा दूसरा सोर्स, डीवीसी पर निर्भरता होगी कम :
वर्तमान में नावाडीह स्थित जेबीवीएनएल के सब स्टेशन में डीवीसी द्वारा बिजली आपूर्ति की जाती है. कांड्रा ग्रिड से जुड़ने के साथ नावाडीह सब स्टेशन के पास बिजली सप्लाई के लिए दो विकल्प उपलब्ध होंगे. इससे संबंधित इलाकों में बिजली समस्या कम होगी. वहीं डीवीसी पर निर्भरता भी कम हो जायेगी. डीवीसी के ग्रिड में ब्रेकडाउन होने पर ग्रिड की बिजली लेकर प्रभावित इलाकों में सप्लाई की जायेगी. कांड्रा ग्रिड से शहर के आठ पीएसएस में होती है पावर सप्लाई : वर्तमान में गोधर व जोड़ाफटक रोड स्थित सब स्टेशन को डीवीसी पुटकी द्वारा बिजली आपूर्ति की जाती है. कांड्रा ग्रिड से जुड़ने के साथ इन दोनों सब स्टेशन के पास बिजली सप्लाई के लिए दो विकल्प उपलब्ध होंगे. इससे संबंधित इलाकों में बिजली समस्या कम होगी. वहीं डीवीसी पर निर्भरता भी कम हो जायेगी. डीवीसी के ग्रिड में ब्रेकडाउन होने पर कांड्रा ग्रिड की बिजली लेकर प्रभावित इलाकों में सप्लाई की जायेगी. वर्जनगर्मी से पहले गोधर व जोड़ाफटक रोड स्थित सबस्टेशन को कांड्रा ग्रिड से जोड़ने का कार्य पूरा कर लिया जायेगा. इससे लोगों को फायदा होगा. साथ ही इन पीएसएस संबंधित इलाकों में बिजली सप्लाई का दो सोर्स उपलब्ध होगा. डीवीसी के ग्रिड में खराबी आने की स्थिति में कांड्रा से बिजली लेकर प्रभावित इलाकों में सप्लाई का रास्ता साफ हो जायेगा.शिवेंद्र कुमार,
ईई, जेबीवीएनएलडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है