गुजरात की ट्रांसपोर्ट कंपनी ने 50 लोगों के नाम वाहन फाइनेंस कर करा कर अपने पास रख लिये
पचास से अधिक वाहनों को रख लिया गुजरात की कंपनी ने
गुजरात की वैष्णवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के निदेशक मुंबई निवासी नाथनी तरुण अशोक द्वारा यहां के 50 वाहन मालिकों के साथ धोखाधड़ी कर उनके नाम पर चारपहिया व भारी वाहन लेकर फरार होने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत मंगलवार को झरिया थाना क्षेत्र के बनियाहीर दो नंबर हनुमान गढी निवासी इंद्रजीत सिंह के नेतृत्व में धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, भौंरा, पाथरडीह, सुदामडीह के पीड़ित 50 वाहन मालिक झरिया थाना पहुंचे और थाना प्रभारी से शिकायत की. वाहन मालिकों ने थानेदार को बताया कि सात माह पूर्व गुजरात की वैष्णवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के निदेशक मुंबई निवासी नाथनी तरुण अशोक अपने एजेंट भौंरा निवासी मुकेश साव व पाथरडीह निवासी राज दत्ता के सहयोग से उनलोगों से संपर्क किया और कहा कि उनकी कंपनी में 250 चारपहिया व भारी वाहनों की आवश्यकता है. आपलोग अपने नाम पर वाहन फाइनेंस कराकर कंपनी में दें. कंपनी वाहन की किस्त जमा करेगी. वाहनों का मेंटेनेंस भी करेगी. इसके अलावा वाहन मालिक को प्रतिमाह पांच हजार रुपये देगी. लालच में सभी ने अपना आधार, पैन कार्ड व पासबुक दे दिया. फिर झारखंड के विभिन्न बैंकों व फाइनेंस कंपनी से उनके नाम पर वाहन फाइसेंस कराया गया.
बैंक ने तगादा किया तो चला धोखाधड़ी का पता
कंपनी द्वारा धनबाद में गत एक मई को उनसे एग्रीमेंट करा कर वाहन किराया पर लिया गया. कंपनी द्वारा तीन माह तक वाहन की किस्त जमा करने के साथ वाहन मालिकों को प्रतिमाह पांच हजार रुपये उनके बैंक खाते में दिये भी गये. उसके बाद कंपनी ने किस्त व वाहन का भाड़ा देना बंद कर दिया. किस्त जमा नहीं होने पर बैंक व फाइनेंस कंपनी से वाहन मालिकों को नोटिस आने पर अपने वाहन की खोजबीन शुरू की, लेकिन कंपनी व वाहन का पता नहीं चला. उसके बाद वाहन मालिकों ने मुकेश साव व राजा दत्ता को पकड़ा. उनलोगों ने इस बाबत कोई जबाव नहीं दिया. उसके बाद वाहन मालिक दोनों एजेंटों को साथ लेकर झरिया थाना पहुंचे.जेसीबी से लेकर थार तक वाहन शामिल
एक वाहन मालिक धनबाद निवासी शिवदानी आर्या ने बताया कि भौंरा निवासी मुकेश साव, पाथरडीह निवासी राज दत्ता ने गुजरात की कंपनी में स्कॉर्पियो, हाइवा, थार, हालपैक, जेसीबी सहित अन्य वाहनों का फाइनेंस कराया गया था. कहा कि किस तरीके से वाहन फाइनेंस हुआ है. किस जगह से वाहन खरीदा गया है. किसी को कुछ जानकारी नही है. यह सब पाथरडीह के राज दत्ता व मुकेश साव ने हमलोगों को लालच देकर कराया है.कंपनी के एजेंट ने क्या कहाराज दत्ता ने बताया कि कंपनी द्वारा प्रत्येक वाहन मालिक के साथ एग्रीमेंट हुआ है, जब उनके पासबुक में प्रति माह पैसा आता था, तो ठीक था, उस समय कोई शिकायत नहीं थी. दो माह से पैसा व किस्त जमा नहीं हुई तो दिक्कत हो रही है. कंपनी के साथ कोई परेशानी हुई होगी, इसलिए राशि जमा नहीं हो रही है. वहीं एक अन्य एजेंट मुकेश साव को कई बार फोन करने पर उसने फोन रिसीव नहीं किया.क्या कहते हैं थानेदार : झरिया थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार ने बताया कि वाहन मालिकों से अभी लिखित शिकायत नहीं मिली है. मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी.धोखाधड़ी के शिकार वाहन मालिक : इंद्रजीत सिंह (झरिया बनियाहिर ), मनोज मंडल ( झरिया चार नंबर टैक्सी स्टैंड ) , शैलेंद्र सिंह ( बनियाहिर ), मुकेश साव (भौंरा) , अनिल कुमार (भौंरा), जीतेंद्र कुमार (भागा) , रौनक कुमार (कतरास) , धीरज पांडेय (भौंरा), आजाद कुमार (भौंरा) , रूपेश कुमार (बोकारो) , अनिल सिंह (फुसरो) शंभु कुमार (गिरिडीह) , शिवदानी आर्या (धनबाद) आदि शामिल हैं.
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