वरीय संवाददाता, धनबाद.
कोल इंडिया की नई अनुषंगी कंपनी भारत कोल गैसीफिकेशन एंड केमिकल्स लिमिटेड (बीसीजीसीएल) का मुख्यालय उड़ीसा के झारसुगुड़ा में होगा. कोल इंडिया के कंपनी सचिव बीपी दुबे के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना के मुताबिक 26 मार्च 2024 को आयोजित कोल इंडिया बोर्ड की बैठक में अनुमोदन के अनुसार 21 मई 2024 को एक सहायक कंपनी का निगमन किया गया. इसका नाम ‘भारत कोल गैसीफिकेशन एंड केमिकल्स लिमिटेड”” रखा गया है. इसमें कोल इंडिया की 51% और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की 49% हिस्सेदारी होगी. बता दें कि कोल इंडिया ने कोयला से रसायन उद्योग में उद्यम करने के लिए सहायक कंपनी बीसीजीसीएल का गठन किया है. नई कंपनी की वर्तमान अधिकृत शेयर पूंजी 11 करोड़ रुपये है, जबकि चुकता पूंजी एक लाख रुपये है.देवाशीषनंदा व डॉ पीयूष कुमार बने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर :
कोल इंडिया ने निदेशक (व्यवसाय विकास) देबाशीष नंदा व जीएम डॉ पीयूष कुमार को नई अनुषंगी कंपनी बीसीजीसीएल का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बनाया गया है. जबकि लखनपुर एरिया के जीएम संजय कुमार झा को निदेशक बनाया है. कोयला विदेश विभाग कंपनी के दिन-प्रतिदिन के मामलों की देखभाल के लिए नोडल विभाग होगा.धनबाद बने बीसीजीसीएल का मुख्यालय :
बीसीजीसीएल का मुख्यालय उड़ीसा के झारसुगुड़ा में बनाने की कोल इंडिया की घोषणा के साथ ही इसका विरोध शुरू हो गया है. बीसीसीएल सीएमओएआइ के पूर्व महासचिव भवानी बंद्योपाध्याय ने बीसीजीसीएल का मुख्यालय उड़ीसा की जगह धनबाद में बनाने की मांग की है. कहा कि धनबाद के कोयला खदानों से गैस का उत्पादन होगा और मुख्यालय उड़ीसा में क्यों. यहां प्लांट लगने से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा व धनबाद आर्थिक रूप से मजबूत होगा. केंद्र सरकार लगातार धनबाद के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. पहले एयरपोर्ट, एम्स छीन गया. अब बीसीजीसीएल का मुख्यालय उड़ीसा में खुलने जा रहा है. श्री बंद्योपाध्याय ने धनबाद के जनप्रतिनिधियों से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है