कॉफी पीकर चले जाते हैं स्वास्थ्य मंत्री, अस्पताल की ओर झांकते तक नहीं

एसएनएमएमसीएच पहुंचे जेबीकेएसएस के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो, कहा

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 1:56 AM

वरीय संवाददाता, धनबाद,

झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम कुमार महतो सोमवार को एसएनएमएमसीएच पहुंचे. यहां उन्होंने विभिन्न वार्डों में जाकर भर्ती मरीजों का हाल चाल जाना. उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद से मरीजों व अस्पताल में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर वार्ता की. मीडिया से बात करते हुए जयराम महतो ने कहा कि हमारी पार्टी शिक्षा, रोजगार की बात करती है, लेकिन स्वास्थ्य को हम अनदेखा नहीं कर सकते हैं. इस वजह से अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया. मरीजों से बात करने पर पता चला कि राज्य के तीसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में सुविधाओं की घोर किल्लत है. अस्पताल में मरीजों के पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. शौचालय की स्थिति भी खराब है. आवश्यक दवाएं भी मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है. बेड पर चादर नहीं है. नवजात बच्चों को गमछा में लपेट कर रखा जा रहा है. दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री को व्यवसायियों की परवाह है. इसलिए, धनबाद आने के बाद वह सिर्फ व्यवसायियों व उद्यमियों के साथ काफी पीते हैं. राज्य के तीसरे बड़े अस्पताल की ओर झांकते तक नहीं. कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की योग्यता व पात्रता किसी से छुपी नहीं है. इसलिए, यह दिन देखना पड़ रहा है. मौके पर जेबीकेएसएस के केंद्रीय प्रवक्ता सुशील मंडल के अलावा अन्य मौजूद थे.

अधीक्षक से बोले : व्यवस्था सुधारें, ताकि न आये आंदोलन की नौबत

एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद के साथ अस्पताल से जुड़े विभिन्न बिंदुओं को लेकर जयराम महतो ने वार्ता की. उन्होंने अस्पताल से जुड़ी कई कमियों को रखा. अधीक्षक से कहा कि अस्पताल जैसी जगह पर वह नहीं चाहते आंदोलन की नौबत आये. इसलिए जल्द व्यवस्था में सुधार करें. जयराम ने कहा कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा नहीं मिल रही है. ओपीडी में एक्स-रे मशीन खराब है. एसएनसीयू, एनआइसीयू में वार्मर मशीन की कमी है. इमरजेंसी में पर्याप्त मात्रा में दवा नहीं है. इन कमियों को दुरुस्त करें. उन्होंने इमरजेंसी में मेजर ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था करने, ओपीडी, इमरजेंसी में पेयजल की व्यवस्था करने, आउटसोर्स कर्मियों को विभिन्न सुविधाओं का लाभ देने, गर्भवती आउटसोर्स कर्मी को मातृत्व अवकाश की सुविधा प्रदान करने, कर्मियों को सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की.

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