धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना अंतर्गत बरवापूर्व इस्ट इंडिया मोड़ एनएच टू कोलकाता लेन पर बुधवार को अपराह्न करीब तीन बजे धनबाद से चिरकुंडा जा रही यात्री बस को हाइवा ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में बस की पिछली सीट पर बैठी निरसा के भेलाइट गांव निवासी उत्तम चंद्रा की बेटी अर्पिता चंद्रा उर्फ रितू चंद्रा (24) की मौत हो गई.
बीबीएमकेयू में एमएससी की छात्रा अर्पिता परीक्षा देकर विश्वविद्यालय से घर लौट रही थी. वहीं बस पर सवार लगभग एक दर्जन यात्री भी घायल हो गये. इनमें कुछ को इलाज के लिए निजी अस्पताल व शेष को एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया है. घायलों में अनलाडीह बंगाल की रीता विश्वास, नियामतपुर की निशा पाल, चिरकुंडा की सिपांता देवी, कुमारधुबी के राम सकल यादव, निरसा पतलाबाड़ी के अजय विश्वास तथा हाइवा चालक अंबोना के अमजद हुसैन समेत अन्य शामिल हैं.
- बीबीएमकेयू में एमएससी की छात्रा थी मृतका, विश्वविद्यालय से परीक्षा देकर घर लौट रही थी
- बरवापूर्व इस्ट इंडिया मोड़ के पास पीछे से हाइवा ने बस को मारी जोरदार टक्कर
- एसएनएमएमसीएच पहुंचे घायल हाइवा चालक की आक्रोशित परिजनों ने की पिटाई
- 45 मिनट तक एसएनएमएमसीएच में हुआ हंगामा, पुलिस ने मामला कराया शांत
बस चालक के अचानक ब्रेक लगाने पर हुआ हादसा
बताया जाता है कि यात्री बस (जेएच 10बीटी-6791) धनबाद से 60 से अधिक सवारियों को लेकर चिरकुंडा जा रही थी. बरवापूर्व इस्ट इंडिया मोड़ में एक सवारी को उतारने के लिए बस चालक ने अचानक ब्रेक लगा दी. इसी दौरान पीछे से तेजी से आ रहे हाइवा (जेएच 10 एएन-8637) ने अनियंत्रित होकर बस को जोरदार टक्कर मार दी.
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टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का पिछला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. टक्कर होने के बाद बस में बैठी अर्पिता नीचे गिर गयी और हाइवा ने उसे कुचल दिया. दुर्घटना के बाद बस चालक, खलासी एवं कंडक्टर गाड़ी छोड़कर फरार हो गये.
परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, हाइवा चालक को पीटा
छात्रा की मौत की सूचना पर एसएनएमएमसीएच में परिजनों का जुटान शुरू हो गया. इस हादसे में घायल हाइवा चालक अमजद हुसैन को भी एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. इसकी जानकारी अर्पिता के परिजनों को मिलने पर उनलोगों ने स्ट्रेचर पर पड़े हाइवा चालक की जमकर पिटाई कर दी.
अस्पताल में तैनात होमगार्ड के जवानों ने बीच-बचाव का प्रयास किया, तो आक्रोशित परिजन होमगार्ड के जवानों से भिड़ गये. वहीं हंगामा की सूचना पाकर पहुंची सरायढेला पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. इस दौरान करीब 45 मिनट तक अस्पताल के इमरजेंसी में हंगामा चलता रहा.
पिता की इकलौती संतान थी अर्पिता
अर्पिता चंद्रा अपने पिता उत्तम चंद्रा की इकलौती संतान थी. उत्तम चंद्रा निरसा के भेलाइट गांव में दुकान चलाते हैं. परिजनों ने बताया कि बीबीएमकेयू की छात्रा होने के कारण वह रोजाना बस से आना-जाना करती थी. वह पढ़ने में काफी होशियार थी.
हाइवा के आगे चल रहे बस द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से यह घटना घटी है. स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों का अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस दोनों वाहनों को जब्त कर मामले की जांच कर रही है.
वीके श्रीवास्तव, एएसआइ, गोविंदपुर थाना