नगर निगम में शनिवार को एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पकड़ा गया. यह प्रमाण पत्र 23 मई 2018 को जारी किया गया था. इसमें बच्चे का जन्म 14 जून 2017 दिखाया गया है. जानकारी के अनुसार भूली निवासी राज कुमार शर्मा शनिवार को अपने बेटे श्रेयष का जन्म प्रमाण पत्र लेकर नगर निगम पहुंचे. प्रमाण पत्र देखने में असली की तरह दिख रहा था. शर्मा ने काउंटर पर प्रमाण पत्र देकर कर्मी से कहा कि नगर निगम के पोर्टल में नाम नहीं दिख रहा है. निगम कर्मी ने प्रमाण पत्र पर अंकित क्यूआर कोड को स्कैन किया. इसमें कुछ नहीं दिखा. रजिस्ट्रेशन नंबर निगम के पोर्टल पर डालकर जांच की. कुछ पता नहीं चला. बताया गया कि प्रमाण पत्र फर्जी है. पूछताछ में शर्मा ने बताया कि बाघमारा के एक हॉस्पिटल कर्मी ने 300 रुपये लेकर प्रमाण पत्र बनाकर दिया था. अब नामांकन के लिए प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी. नगर निगम के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन नंबर डालने पर नाम नहीं दिखा, तो आज यहां नाम चढ़ाने आये थे. नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त प्रसून्न कौशिक ने कहा कि इस फर्जीवाड़े से नगर निगम का कोई लेना-देना नहीं है. नगर निगम में सरकारी गाइड लाइन के अनुसार जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है. पूरी पारदर्शिता बरती जाती है.
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