धनबाद : बीसीसीएल के 10565 कर्मचारी और 786 अफसरों का हाउस रेंट एलाउंस (एचआरए) बंद होगा. इस बाबत बीसीसीएल के निदेशक कार्मिक के तकनीकी सचिव महाप्रबंधक (कार्मिक) एसके सिंह के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इसके मुताबिक एरिया प्रबंधन को वैसे कर्मचारियों को चिह्नित करना है, जो कंपनी आवास में रहते हुए एचआरए ले रहे हैं.
वैसे सभी कर्मचारियों का एचआरए अविलंब बंद करने को कहा गया है. इतना ही नहीं जो कर्मचारी कंपनी के आवास में नहीं रहते और कंपनी का आवास लेने से इनकार करते हैं, उनका भी एचआरए बंद करने को कहा गया है. उन्हें आवास आवंटित किया जायेगा. 31 अगस्त तक एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) तलब की गयी है.
गौरतलब है कि मिनी रत्न कंपनी बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. कंपनी लोन ले कर अपने कर्मचारियों को वेतन दे रही है. यहां तक की वर्तमान में कंपनी पर करीब 1000 करोड़ रुपया कर्ज है. बीसीसीएल की स्थिति में सुधार के लिए कंपनी प्रबंधन कास्ट कटिंग पर जोर दे रहा. महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक में बीसीसीएल के डीपी पीवीकेआरएम राव ने सभी एरिया प्रबंधन को वैस कर्मियों को चिह्नित करते हुए अविलंब एचआरए बंद करने का निर्देश दिया था .
38577 में 10565 कर्मचारी ले रहे एचआरए
बीसीसीएल में 38577 कर्मचारियों में 10565 कर्मचारी एचआरए ले रहे हैं. इसपर बीसीसीएल करीब एक करोड़ 19 लाख रुपये प्रतिमाह खर्च कर रही है. सर्वाधिक एचआरए लोदना, गोविंदपुर, बस्ताकोला व सीबी एरिया में पदस्थ कर्मचारियों को दिया जा रहा है. यहां एचआरए लेने वाले कर्मियों की संख्या एक हजार से अधिक है.