धनबाद.
पूर्व मध्य रेल में यूनियन की मान्यता को लेकर हुए चुनाव की मतगणना गुरुवार को हुई है. मतगणना पूरी होने के बाद मान्यता प्राप्त यूनियन की घोषणा की गयी. ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन (इसीआरइयू) सर्वाधिक 21265 वोट लाकर मान्यता प्राप्त यूनियन बनी. वहीं 20549 वोट हासिल कर ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस (इसीआरएमसी) दूसरे स्थान पर रही. जबकि 17630 मत प्राप्त कर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (इसीआरकेयू) तीसरे स्थान पर रही.छह यूनियन थे चुनावी मैदान में
ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन (इसीआरइयू), ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस (इसीआरएमसी), ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (इसीआरकेयू), पूर्व मध्य रेल मजदूर कांग्रेस (पीएमआरएमसी), पूर्व मध्य रेल मजदूर संघ (पीएमआरएमएस), स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन (एसआरबीकेयू).जीत की घोषणा होने पर मना जश्न
पूर्व मध्य रेल में यूनियन की मान्यता को लेकर हुए चुनाव को लेकर गुरुवार को मतगणना के बाद इसीआरइयू के जीत की घोषणा होते ही धनबाद में जश्न का माहौल रहा. इस दौरान इसीआरइयू समर्थकों ने जमकर आतिशबाजी की. सभी ने एक-दूसरे को जीत की बधाई दी. जगह-जगह क्रू लॉबी में मौजूद कर्मचारी व अन्य कर्मचारियों को जीत की सूचना मिलते ही उनके चेहरे खिल उठे. वहीं दूसरे व तीसरे स्थान पर रहने वाले यूनियन हार की समीक्षा करते दिखे.दिन भर रहा तनाव का माहौल
धनबाद रेल मंडल के 33 बूथों की मतगणना रांगाटांड़ सामुदायिक भवन में करायी गयी. सुबह से ही कर्मचारी मतगणना स्थल पर पहुंच गये थे. मतगणना की रिपोर्ट बताने के लिए माइक की व्यवस्था की गयी थी, लेकिन रेलवे बोर्ड ने मतगणना को सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी. रिपोर्ट को मुख्यालय भेजने का आदेश दिया. ऐसे में धनबाद में यूनियन के कर्मचारियों को मतगणना की रिपोर्ट नहीं मिल पा रही थी. सभी अपने स्तर से मतों का आकलन करते दिखे. अलग-अलग ग्रुप में कर्मचारी मोबाइल से फोन करते फिर उसका आकलन करते, तो कुछ कर्मचारी किनारे बैठ परिणाम आने का इंतजार करते दिखे. फाइनल रिजल्ट की घोषणा होने के साथ यूनियन के कर्मचारी जश्न में डूब गये.आज निकलेगा विजय जुलूस
ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन की जीत पर शुक्रवार को धनबाद स्टेशन से डीआरएम कार्यालय तक विजय जुलूस निकाला जायेगा. यूनियन की ओर से इसकी तैयारी की गयी है.दो बार जीत चुकी इसीआरकेयू, तीसरे स्थान पर रही.
ईस्ट सेंट्रल रेलवे बनने के बाद 2007 में पहली बार रेल यूनियन चुनाव कराया गया था. इसमें ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने जीत हासिल की थी. इसके बाद 2013 में हुए चुनाव में भी इसीआरकेयू ने ही जीत हासिल की थी. लेकिन 2019 में चुनाव नहीं हो पाया. इसके बाद 2024 में हुए रेल यूनियन मान्यता चुनाव में ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन को जीत मिली है. ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष बीआर सिंह ने सभी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह कर्मचारियों की जीत है. यूपीएस लाकर सरकार ने सोचा था कि ओपीएस की लड़ाई समाप्त हो गयी है लेकिन ऐसा नहीं है. लड़ाई अब शुरू हुई है. ओपीएस व टैकमैन को हक दिलाने प्राथमिकता होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है