Dhanbad news: आइआइटी आइएसएम को चालू वित्तीय वर्ष में 125 करोड़ रुपये की आय
आइआइटी आइएसएम को चालू वित्तीय वर्ष में अबतक बाहरी स्रोतों से 125 करोड़ रुपये की आय हुई है. यह जानकारी आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने दी. सेल बर्नपुर और दुर्गापुर के निदेशक बीबी सिंह ने संस्थान के विकास की सराहना की
धनबाद.
आइआइटी आइएसएम को चालू वित्तीय वर्ष में अबतक बाहरी स्रोतों से 125 करोड़ रुपये की आय हुई है. यह जानकारी आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने दी. प्रो मिश्रा अपने संबोधन के दौरान संस्थान की उपलब्धियों की जानकारी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि संस्थापकों ने संस्थान को नये विचारों के टेस्टिंग ग्राउंड के रूप में विकसित किया है. संस्थान आज अपने करीब 100 साल की मजबूत बुनियाद पर खड़ा है. आज संस्थान टेक्नोलॉजी विकास और इनोवेशन का महत्वपूर्ण केंद्र है. उन्होंने बताया कि टाटा स्टील संस्थान में 10 टाटा स्टील चेयर की शुरुआत करने जा रहा है. यह चेयर रॉ मैटेरियल और माइनिंग के शुरुआत में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिये जायेंगे. साथ ही कोल इंडिया लिमिटेड संस्थान में माइनिंग सेंटर ऑफ एक्सलेंस की स्थापना कर रहा है. यह सेंटर माइनिंग 4.0 को बढ़ावा देगा.देश छोड़ कर नहीं जाएं छात्र
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि सेल बर्नपुर और दुर्गापुर के निदेशक बीबी सिंह ने सबसे पहले अपने छात्र जीवन को याद किया. उन्होंने बताया कि जब वह 1980 के दशक में आइआइटी आइएसएम के छात्र थे, तब यहां केवल पांच विभागों की पढ़ाई होती थी. आज संस्थान का विकास देखकर वह काफी प्रसन्न हैं. आइआइटी आइएसएम के छात्र देश ही विदेशों में भी अपनी सफलता के कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं. उन्होंने संस्थान के वर्तमान छात्रों को आह्वान करते हुए कि वह नौकरी के लिए अब दूसरे देश नहीं जाएं और देश के विकास में योगदान दें. आज उनके देश में ही अपार संभावनाएं हैं. वहीं संस्थान के बीओजी के चेयरमैन प्रो. प्रेम व्रत ने अपने संबोधन में संस्थान के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला.
राज्यपाल ने किया सम्मानित
आइआइटी आइएसएम के 99वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान संस्थान के विभिन्न विभागों के 17 शोधार्थियों को राज्यपाल ने सम्मानित किया. जिन शोधार्थियों को सम्मानित किया गया उनमें केमिकल बॉयोलॉजी विभाग की अर्पिता रॉय (गाइड प्रो सागर पाल), अप्लाइड जियोलॉजी की अनिल कुमार गुप्ता (गाइड प्रो एमके मुखर्जी), अप्लाइड जियोफिजिक्स विभाग की सुष्मिता गोराई (गाइड प्रो एस साहु), मैथेमैटिक्स एंड कंप्यूटिंग से सोविक बनर्जी ( गाइड प्रो जीके विश्वकर्मा), फिजिक्स विभाग से नुसरत जबीन (गाइड प्रो एके निराला), केमिकल इंजीनियरिंग विभाग से सपन कुमार पंडित (गाइड प्रो आदित्य कुमार) व अन्य शामिल हैं. इनके साथ ही संस्थान में 25 वर्ष सेवा देने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया गया. इनमें प्रो शालीवाहन, राकेश सोनी, राजेश मिश्रा और राजेश कुमार शामिल हैं.
इन्हें मिला एकेडमिक अवार्ड
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया. इनमें माइनिंग इंजीनियरिंग के छात्र आयुष्मान तिवारी को श्री श्रीनिवासन पद्मनाभम अकादमिक अवार्ड, कंप्यूटर साइंस विभाग के रौनक असनानी को उषा पद्मनाभम अकादमिक अवार्ड प्रदान किया गया. माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. राधाकांत कोनर, आयुष कुमार, अंश चंद्रा को ललीता श्रीनिवासन इनोवेशन एंड इन्वेशंन अवार्ड दिया गया. आठ छात्रों को आइएसएम के पूर्व छात्रों की संस्था द्वारा अकादमिक एक्सिलेंस अवार्ड प्रदान किया गया. माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के एमटेक के छात्र इडी रामधनी बुलुसी को इंटरनेशनल स्कॉलर ऑफ द इयर का सम्मान दिया गया.
परिसर में किया गया पौधरोपण
99वें स्थापना दिवस पर प्रबंधन द्वारा परिसर में अलग-अलग स्थानों पर 100 फलदार पौधे लगाये गये. इसके अलावा विभिन्न स्कूलों के 200 से अधिक छात्रों को संस्थान में आमंत्रित किया गया. इन छात्रों को संस्थान की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और भूविज्ञान संग्रहालय को दिखाया गया. इसका उद्देश्य इन छात्रों का विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि बढ़ाना था.
शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम
शाम में संस्थान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया. इसमें पारंपरिक संगीत और नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दी गयी. पंडित पार्थ बोस और पंडित संतोष नेहार द्वारा प्रस्तुत सितार, वायलिन, तबला और घाटम के कार्यक्रम ने वातावरण को संगीतमय बना दिया. इसके अलावा, नृत्य श्रीधरा डांस एकेडमी द्वारा ‘स्रिता कमला कुचा’ नृत्य की प्रस्तुति और जयदेव के गीता गोविंदा पर आधारित नृत्य ने संस्कृति के प्रति समर्पण को प्रदर्शित किया.
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