Dhanbad News : खनन मशीनरी निर्माण में साझेदारी के लिए आइआइटी आइएसएम और एनआइएएमटी के बीच एमओयू
एमओयू पर आइआइटी आअइएसएम के निदेशक और एनआइएएमटी के निदेशक ने किया हस्ताक्षर
आइआइटी आइएसएम और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (एनआइएएमटी), रांची ने खनन मशीनरी निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहयोग के लिए एक एमओयू हुआ है. इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य खनन उद्योग में नवीनतम तकनीकों और सतत प्रथाओं का प्रयोग करते हुए उत्पादन प्रक्रियाओं को उन्नत करना है. यह सहयोग इंडस्ट्री 4.0 के सिद्धांतों पर आधारित होगा, जो स्मार्ट और टिकाऊ निर्माण की दिशा में एक अहम कदम है. एमओयू पर हस्ताक्षर मंगलवार आइआइटी आइएसएम में किया गया. आइआइटी आइएसएम की ओर से निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा और एनआइएएमटी के निदेशक प्रो पार्थ प्रीतम चट्टोपाध्याय ने अपनी-अपनी संस्थाओं की ओर से हस्ताक्षर किया. इस साझेदारी में दोनों संस्थानों के बीच संसाधन साझा करने, ज्ञान का आदान-प्रदान और सहयोगात्मक परियोजनाओं पर काम करने पर जोर दिया जायेगा.
कौशल विकास पर भी जोर :
एमओयू में कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा, इनमें संयुक्त अनुसंधान और विकास, निर्माण तकनीकों का उन्नयन और कौशल विकास कार्यक्रम शामिल हैं. इसके अलावा इस साझेदारी में सतत निर्माण प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों और पुन: उपयोग योग्य संसाधनों को अपनाने पर भी जोर दिया जायेगा. समारोह में कई वरिष्ठ शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने भाग लिया. इनमें डॉ सुव्रोकमल दत्ता (अंतरराष्ट्रीय नीति विशेषज्ञ), प्रो धीरज कुमार (उप निदेशक आइआइटी आइएसएम और प्रो अनुप कुमार सूद एनआइएएमटी) प्रमुख थे. इस संबंध में बताया जा रहा है कि यह सहयोग खनन मशीनरी निर्माण में क्रांतिकारी बदलाव लाने और भारत को प्रौद्योगिकी-संचालित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है