आइआइटी आइएसएम : परिजनों की सहमति के बगैर सुरक्षा गार्ड का पोस्टमार्टम कराने पर हंगामा

एक परिजन को नौकरी व मुआवजा देने की सहमति पर परिजनों ने लिया शव, तेलीपाड़ा मुक्तिधाम में किया गया अंतिम संस्कार

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2024 1:18 AM

परिजनों की सहमति के बिना आइआइटी आइएसएम के सुरक्षा गार्ड राजू रंजन गिरी के शव का पोस्टमार्टम किये जाने को लेकर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ. एसएनएमएमसीएच के एफएमटी विभाग पहुंचने पर परिजनों को राजू के शव का पोस्टमार्टम होने की जानकारी मिली. इससे सभी उग्र हो गये. राजू की आत्महत्या करने की सूचना पर बिहार के गया के टेकारी प्रखंड रहने वाले पिता लालबहादुर गिरी समेत कई परिजन पहुंचे थे. बिना सहमति के पोस्टमार्टम करने को लेकर बेटे का शव लेने से लालबहादुर गिरी ने इनकार कर दिया. सूचना पर धनबाद थाने की पुलिस व सुरक्षा एजेंसी कमांडो सेक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि भी पहुंचे. उनके समझाने पर भी परिजन नहीं माने. पोस्टमार्टम हाउस में दिनभर हंगामे की स्थिति रही. शाम को सुरक्षा एजेंसी कमांडों सेक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों के साथ परिजनों की वार्ता हुई. परिवार के एक सदस्य को एजेंसी में नौकरी व मुआवजा देने के आश्वासन पर परिजनों ने शव को रिसीव किया. बाद में तेलीपाड़ा मुक्तिधाम में राजू का अंतिम संस्कार किया गया.

दिन में पिता ने एजेंसी के मैनेजर पर लगाया आरोप, शाम में हुए चुप :

लालबहादुर गिरी ने बेटे की आत्महत्या करने के मामले में दिन में एजेंसी के मैनेजर उपेश्वर सिंह पर गंभीर आरोप लगाये. कहा एजेंसी के मैनेजर उपेश्वर सिंह कुछ माह से राजू को परेशान कर रहे थे. जानबूझ कर माह में 15-17 दिन ही ड्यूटी देते थे. इससे वह आर्थिक संकट से गुजर रहा था. बाद में उपेश्वर सिंह ने आइआइटी आइएमएस के मेस में हेड सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी लगाने के नाम पर 80 हजार रुपये लिये थे. राजू ने अपने पीएफ में जमा राशि निकाल कर उपेश्वर सिंह को दी था. पैसा लेने के बाद भी वह अपनी बात से मुकर गया. इसे लेकर बेटा राजू काफी परेशान रहने लगा. हालांकि शाम में वार्ता के बाद लालबहादुर चुप हो गये.

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