Dhanbad News : बीआइटी, सिंदरी में संस्थान की नवाचार परिषद (आइआइसी) और झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (जेयूटी) के सहयोग से आयोजित आइडिया पिचिंग प्रतियोगिता में छात्रों की उद्यमशीलता के जोश ने नये आयाम स्थापित किये. इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में संस्थान की 23 टीमों ने भाग लिया और अपने अनोखे स्टार्टअप विचार प्रस्तुत किये. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि टेक्समिन हब, आइएसएम धनबाद से डॉ लैलेश (टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन कंसल्टेंट) और डॉ राजेन दासगुप्ता (इनोवेशन मैनेजर एवं एक्जीक्यूटिव ऑफिसर) शामिल हुए. साथ ही बीआइटी सिंदरी के निदेशक प्रो पंकज राय, आइआइसी अध्यक्ष प्रो प्रकाश कुमार, संयोजक डॉ राहुल कुमार और अन्य सम्मानित प्रोफेसरों में गुंजन गांधी, पूर्णिमा पांडेय, डॉ. ओमप्रकाश, मुकेश चंद्र, प्रो. एससी दत्ता, अकरम खान, विजय बेसरा, आइआइसी 7.0 के मुख्य छात्र समन्वयक सैयद अदनान अहमद उपस्थित थे. प्पांरतिभागियों में च टीमों को अगले चरण के लिए चुना गया.
बीआइटी में रिमोट सेंसिंग के अनुप्रयोग पर कार्यशाला
बीआइटी सिंदरी के असैनिक अभियंत्रण विभाग में झारखंड विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार परिषद द्वारा प्रायोजित रिमोट सेंसिंग और जीआइएस के अनुप्रयोग विषय पर जारी पांच दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. मौके पर आरपी व संस्थान के सह प्राध्यापक प्रो बीडी यादव ने कहा कि बढ़ी हुई आबादी के लिए भूमिगत जल दोहन से भूमि के अंदर खालीपन आ गया है. इस दौरान प्रो प्रशांत रंजन मालवीय, वैज्ञानिक डाॅ उदय मंडल, मिस्र के जल संसाधन अभियंता डाॅ सती प्रसाद साहू आदि ने अपने विचार साझा किये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है