Dhanbad News : खनन क्षेत्र में पर्यावरण के प्रभावों पर पुनर्विचार की है जरूरत : सतीश झा

Dhanbad News : ‘टिकाऊ खनन और अन्वेषण के लिए प्रौद्योगिकी उन्नयन’ पर सिंफर में सेमिनार

By Prabhat Khabar News Desk | February 2, 2025 6:42 AM

Dhanbad News : ‘टिकाऊ खनन और अन्वेषण के लिए प्रौद्योगिकी उन्नयन’ (टीएएसएमइ-2025) विषय पर सिंफर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार एमजीएमआइ धनबाद चैप्टर और सीएसआइआर-एसआइएफएफ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया. इसमें खनन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों, ट्रेड यूनियन के नेताओं और शोधकर्ताओं ने सतत खनन के भविष्य पर महत्वपूर्ण चर्चा की. शनिवार को आयोजित समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि इसीएल सीएमडी सतीश झा ने कहा कि खनन क्षेत्र में पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए सीएसआइआर-सीआइएमएफआर के साथ सहयोग का आश्वासन दिया.

खनन क्षेत्र में हरितीकरण पर कार्य करें : सिंफर के निदेशक प्रो डॉ अरविंद कुमार मिश्रा ने खनन उद्योग की ऊर्जा क्षेत्र में भूमिका को रेखांकित किया. कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी धनबाद जैसे क्षेत्रों में स्वच्छ हवा देखने को मिली, जबकि खनन कार्य जारी था. उन्होंने खनन क्षेत्र में हरितीकरण और शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में काम करने पर भी बल दिया.उन्होंने सतत खनन प्राप्त करने के लिए सरकारी नीतियों, कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और अच्छे संसाधनों का महत्व बताया.

खनन प्रक्रिया में सुधार के लिए के लिए एआइ के उपयोग पर जोर :

सीएसआईआर-सीआइएमएफआर के अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष प्रो डीडी मिश्रा ने संगोष्ठी की प्रमुख सिफारिशों पर प्रकाश डाला. विशेष रूप से खनन प्रक्रिया में सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के उपयोग पर जोर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि एआइ के माध्यम से खनन क्षेत्र में नवाचार और सुधार संभव है. बीसीसीएल के डीटी(पीपी) मनोज अग्रवाल ने खनन क्षेत्र की चुनौतियों और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की. मौके पर एमजीएमआइ इंडिया के मानद सचिव रणजीत तालापात्रा व मुख्य वैज्ञानिक डॉ एमपी रॉय समेत बड़ी संख्या में सिंफर के अधिकारी उपस्थित थे.

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