बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के कुर्मीडीह, बड़ापिछरी व कोरियाटांड़ में सियार के आतंक से गांव में भय का माहौल है. सबसे अधिक बच्चे सहमे हुए हैं. शाम होते ही गांव में सन्नाटा पसर जाता है. बच्चे सियार के डर से स्कूल नहीं जाना चाह रहे हैं. बड़ापिछरी गांव मारे गये सियार के शव को वन विभाग के कर्मियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर साधोबाद गांव में खाली जगह में दफन कर दिया है. सियारों का झुंड गांव में आते ही ग्रामीण सियार आने की सूचना फोन कर एक, दूसरे गांव के ग्रामीणों को देते और हो, हल्ला करने लगते हैं. गांव के युवा रात में पहरा दे रहे हैं. इसे आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है.
पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए उपलब्ध कराया गया फॉर्म :
शुक्रवार को मुखिया प्रतिनिधि आशुतोष रजक व वार्ड सदस्य गंगाधर महतो के नेतृत्व में ग्रामीण चालीबंगला-राजगंज स्थित तोपचांची वन क्षेत्र कार्यालय में एएफओ सह रेंजर एके मंजूल से मिले और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की. इसके बाद रेंजर श्री मंजूल ने मुखिया प्रतिनिधि श्री रजक को फाॅर्म दिया. कहा कि फार्म भरकर कार्यालय में जमा करें. नियमानुसार सभी घायलों को मुआवजा दिया जायेगा. आशुतोष रजक ने बताया कि फार्म पीडित परिवारों को उपलब्ध करा दिया गया है. इधर स्थानीय युवा नेता राजा दास ने तीनों गांवों का दौरा कर लोगों को सजग व सावधान रहने की अपील की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है