धनबाद मंडल कारा में योगदान नहीं देने पर गिरिडीह के पूर्व जेलर सुबोध कुमार पांडेय सस्पेंड कर दिये गये हैं. अगस्त के पहले सप्ताह में उनका तबादला धनबाद किया गया था. 12 अगस्त को वह गिरिडीह जेल से विरमित किये गये. लेकिन उन्हाेंने धनबाद जेल में योगदान नहीं दिया. विरमित होने के बाद से ही सुबोध पांडेय लापता चल रहे हैं. इसे विभागीय अनुशासनहीनता मानते हुए 27 अगस्त को कार्रवाई के तहत उन्हें निलंबित कर दिया गया. बताते चलें कि तीन दिसंबर, 2023 को धनबाद जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद तत्कालीन जेलर मुस्तकीम अंसारी व जेल अधीक्षक मेनसन बरवा को सस्पेंड कर दिया गया था. उस समय डिप्टी जेलर दिनेश वर्मा को धनबाद जेल की बागडोर सौंपी गयी थी, जबकि मजिस्ट्रेट को धनबाद जेल अधीक्षक का प्रभार सौंपा गया था. उसी समय से जेल अधीक्षक का पद प्रभार में चल रहा है. इधर, कारा महानरीक्षक सुदर्शन मंडल ने शनिवार को धनबाद जेल का दौरा किया. उन्होंने वस्तुस्थिति का जायजा लेने के बाद जेल अधिकारियों से कई मुद्दों पर जानकारी ली. जेल आइजी ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गृह कारा विभाग ने जेल में बंद कैदियों का मानदेय बढ़ा दिया है. कुशल, अकुशल व सामान्य कैदियों के लिए अलग-अलग मानदेय निर्धारित है. सामान्य कैदी का मानदेय 10 रुपये से बढ़ाकर 14 रुपये, अकुशल कैदी का मानदेय 13 रुपये से बढ़ा कर 28 रुपये और कुशल कैदी का मानदेय 16 रुपये से बढ़ाकर 46 रुपये कर दिया गया है. कैदियों को बढ़ी दर से भुगतान शुरू कर दिया गया है.
धनबाद में नये जेल के लिए पुन: जायेगा रिमाइंडर : जेल आइजी
जेल आइजी ने कहा कि वर्तमान में धनबाद मंडल कारा में कई कमियां हैं. इन्हें जल्द दूर कर लिया जायेगा. सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी कमियों की तरफ गृह कारा विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. नये जेल का प्रपोजल मुख्यालय भेजा गया था. अब तक इस दिशा में कोई पहल शुरू नहीं हुई है. जल्द ही रिमाइंडर भेजा जायेगा. बता दें कि गोविंदपुर के पंडुकी में नये जेल के निर्माण का प्रपोजल काफी पहले ही सरकार को भेजा जा चुका है.
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