कोलकाता से मुजफ्फरपुर जा रही एक यात्री बस से धनबाद में गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जीटी रोड पर बागसुमा स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर से 80 लाख के जेवर व दो लाख नकदी चोरी हो गयी. घटना गुरुवार की देर रात सकरा थाना क्षेत्र के शाहपुर जुनैद गांव के रहने वाले कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक मोतिउर रहमान के साथ हुई. वह अपनी बेटी की शादी में शामिल होने के लिए अपने बड़े बेटे के साथ मुजफ्फरपुर आ रहे थे. बीते 16 दिसंबर को उनके पुत्र का शादी हुई थी. 22 दिसंबर को उनकी पुत्री की शादी सदर थाना के खबरा स्थित एक विवाह भवन से होनी है. पीड़ित ने बस के एक चालक पर चोरी की घटना में शामिल होने का संदेह जताया है. मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा मामले की लिखित शिकायत नहीं लेने पर पीड़ित ने गोविंदपुर थाना पुलिस से संपर्क करके मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की पहल की.
बैग में रखा था पूरा माल :
मोतिउर रहमान ने बताया कि कोलकाता के इएम तपस्या 39 रोड में वह अपने परिवार के साथ रहते हैं. अपनी बेटी की शादी में शामिल होने के लिए पूरे परिवार के साथ मुजफ्फरपुर आ रहे थे. परिवार के सभी सदस्य ट्रेन से निकल गये. वह अपने पुत्र के साथ सारा लगेज लेकर बस से मुजफ्फरपुर के लिए निकले. उनके 21 बैग को बस के चालक व खलासी ने छत पर लोड कर दिया. ज्वेलरी व पैसे वाला बैग वह अपने पास रखे हुए थे. इसी बीच रात करीब साढ़े 11 बजे झारखंड के धनबाद स्थित न्यू मां तारा रेस्टोरेंट के पास यात्रियों को खाना खाने के लिए बस रूकी. सभी यात्री जब उतर गये, तो वह ज्वेलरी व नकदी वाले बैग को कंबल से ढक कर रेस्टोरेंट में खाना खाने चले गये. लौटने के बाद बैग गायब मिला. उस बैग में 80 लाख के जेवर व दो लाख नकद था. यह जेवर वह अपनी पत्नी व दो बहु के अलावा, पुत्री की शादी में देने वाले थे. चालक ने जबरन बैग पर लिख दिया था तीन और चार सीट नंबर : मोतिउर ने आरोप लगाया कि रेस्तरां के बाहर जगह रहने के बाद भी चालक ने बस को वहां नही रोका. कुछ दूर आगे ले जाकर बस को खड़ा किया था. इसके अलावा कोलकाता से मुजफ्फरपुर जाने के संबंध में भी बातचीत के क्रम में चालक ने ही जानकारी ली थी. इस दौरान सिर्फ उनके ही बैग पर जबरन मार्कर से तीन और चार सीट नंबर लिख दिया था. बोला था आगे चेक पोस्ट पर चेकिंग होगी. इसीलिए बैग के संबंध में बता दीजिए. कुछ ही देर बाद उक्त बैग गायब हो गया. मामला सामने के बाद उन्होंने काफी खोजबीन की. लेकिन बैग का कोई सुराग नहीं मिला. इस दौरान एक महिला यात्री ने बताया कि एक तंदरूस्त आदमी बस का गेट खोलकर भीतर आया और उस बैग को लेकर उतर गया. उन्हें लगा कि शायद वह बैग उसी का है.चालक ने कहा : बस में 57 यात्री हैं, किस-किस की करें चेकिंग :
चालक से जब उन्होंने पूछा कि बस में रखे सामान की रक्षा करना किसका काम है, तो उसने जवाब दिया कि बस में कुल 57 यात्री बैठे हैं. हम किस किस के सामान की देख भाल करें. इसके बाद उसने अपना हाथ खड़ा कर दिया. इस बात को लेकर चालक से उनकी बहस भी हुई. इसको देख रेस्तरां संचालक ने वहां से जाने को बोला. इस पर चालक जबरन बस लेकर वहां से निकल गया. रास्ते में उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी. आगे बढ़ने पर एक चेक पोस्ट पर पुलिस ने पूछताछ भी की. लेकिन बैग नहीं मिला. वहां से मुजफ्फरपुर पहुंचने पर उन्होंने सदर थाने में इसकी शिकायत की. लेकिन सदर थाने की पुलिस इस मामले में कोई दिलचस्पी नही दिखायी है. एसएसपी से मिलकर शिकायत करने की बात पीड़ित कारोबारी ने कही है.बैग में थे ये सामान :
डायमंड का पूरा सेट, गला, कान , ब्रासलेट, हीरा की तीन अंगूठी, पांच गोल्ड नेकलेस, सोने का पूरा सेट, दो चेन, सात अंगूठी और दो लाख नकद. पीड़ित का कहना है कि सारे आभूषण का उनके पास जीएसटी के साथ बिल है. उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए बैंक के लॉकर से गहने रिलीज कराया था.कोट
घटना की जानकारी गुरुवार की रात हुई थी. तब तक पीड़ित बस से अपने घर की ओर निकल चुके थे. उनसे संपर्क में हैं. वह जैसे ही आकर शिकायत करते हैं, पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी.मो रुस्तम,
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