– बदहाल सड़कों का शहर बन गयी है झरिया, फिर नहीं बन पाया चुनावी मुद्दा
बदहाल सड़कों का शहर बन गयी है झरिया, फिर नहीं बन पाया चुनावी मुद्दा. लोगों की परेशानी बढ़ी
दोपहिया वाहन चालक लगातार होते रहे हैं हादसे के शिकार, व्यवसाय भी हो रहा प्रभावित
उमेश सिंह,
झरिया
. झरिया शहर के धर्मशाला रोड व चिल्ड्रेन पार्क से लेकर थाना मोड़ की सड़कें जर्जर हो गयी हैं. इस पर राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है. लेकिन, यह कभी यह चुनावी मुद्दा नहीं बन पाया, और न ही इसको लेकर कोई गंभीर है. इन जर्जर सड़कों से गुजरने वाले कई ऑटो व राहगीर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. विगत कई वर्षों से सड़क पर गड्ढे हैं, या गड्ढे में सड़क पता चल नहीं पाता है. धनबाद नगर निगम की ओर से करीब आठ करोड 16 लाख रुपये की लागत से झरिया शहर की सड़कों का निर्माण होना है. लेकिन आज तक अधर में लटका हुआ है. झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने विधानसभा में सड़कों का मामला उठाया था. विधायक प्रतिनिधि ने डेढ़ माह पहले नगर आयुक्त से बात कर सड़क निर्माण करने की पहल की थी. उस पर नगर आयुक्त ने उन्हें एक माह में सड़क निर्माण कार्य पूरा करने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन, आज तक निर्माण कार्य नहीं हो सका. वहीं भगतडीह के समीप अधिकारियों की लापरवाही से पानी की पाइप के ऊपर ही उक्त सड़क का निर्माण कार्य कर दिया गया था. मार्ग के ऊपर से भारी वाहनों का आवागमन होने से पाइप क्षतिग्रस्त हो गयी है. वाहन चालकों का कहना है कि झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग से वाहनों से कोयले की ढुलाई दिन-रात होती है. हाइवा के लगातार परिचालन से सड़क की स्थिति खराब हो गयी है. कोयला डस्ट सड़क पर जमा होता है. आज तक उक्त मार्ग की मरम्मत नहीं होने से सड़क पर गड्ढे हो गये हैं. बारिश आते ही गड्ढे में पानी से भर जाता हैं. इससे कई बार राहगीर चोटिल हो चुके हैं. जनप्रतिनिधियों हो या प्रशासन विभाग के वरीय अधिकारी इन सड़क की स्थिति को देख कर भी अंजान हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है