Jharkhand Crime: धनबाद से अपहृत कोयला व्यवसायी रंजीत शर्मा और उनके पुत्र को अपहर्ताओं ने छोड़ा, एक करोड़ मांग रहे थे फिरौती
Jharkhand Crime: धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कोयला व्यवसायी रंजीत शर्मा और उनके पुत्र को अपहर्ताओं ने छोड़ दिया है. उनसे एक करोड़ की फिरौती मांगी गयी थी.
Jharkhand Crime: गोविंदपुर (धनबाद), दिलीप दीपक-धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कुरची मोड़ के पास शनिवार सुबह 10 बजे स्कॉर्पियो सवार चार अपराधियों ने कोयला व्यवसायी रंजीत शर्मा (35 वर्ष) और उनके चार वर्षीय पुत्र ऋषभ का अपहरण कर लिया. उनसे एक करोड़ की फिरौती मांगी जा रही थी. असमर्थता जताने पर अपहर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की और शाम सात बजे पिता-पुत्र को छोड़ दिया. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. रंजीत अपने पुत्र के साथ सुबह 9 बजे गोविंदपुर बाजार गए थे. गेहूं पिसवाकर वे घर लौट रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने उनकी मोटरसाइकिल रोकी और पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया. इसके बाद वे गोविंदपुर की ओर भाग निकले.
पत्नी ने दी पति एवं बेटे के अपहरण की लिखित सूचना
रंजीत शर्मा अपने परिवार के साथ पिछले चार वर्षों से कुरची मोड़ पर घर बना कर रह रहे हैं. पहले पुलिस लाइन धनबाद में रहते थे. ये लोग मूलतः बिहार के गया के रहने वाले हैं. झरिया के किसी कोयला व्यवसायी के साथ जुड़कर रंजीत शर्मा कोयला का ही काम करते हैं. इस संबंध में रंजीत शर्मा की पत्नी रानी शर्मा ने गोविंदपुर थाने में पति एवं बेटे के अपहरण की लिखित सूचना दी है. डीएसपी शंकर कामती एवं पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद ने कुरची मोड़ घटनास्थल पर जाकर मामले की छानबीन की. पुलिस अधिकारियों ने उनकी पत्नी एवं उनकी माता कमली देवी का भी बयान लिया. रंजीत शर्मा के पिता नरेश शर्मा झरिया में छोटा-मोटा काम करते हैं.
पुलिस से मिली परिजनों को अपहरण की सूचना
बाप-बेटे के अपहरण की घटना से रंजीत शर्मा की पत्नी रानी शर्मा एवं उनकी मां कमली देवी एवं पिता नरेश शर्मा चिंतित हैं. रंजीत की एक वर्षीय छोटी पुत्री भी है. अपहृत रंजीत शर्मा की पत्नी रानी शर्मा एवं उसकी माता कमली देवी ने कहा कि उनकी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है. जमीन-जायदाद एवं पैसा का भी किसी से कोई लेनदेन व झमेला नहीं है. वे लोग भी इस घटना का कारण समझ नहीं पा रहे हैं. अपहृत रंजीत शर्मा की पत्नी ने कहा कि पुलिस जब छानबीन करने के लिए घर पहुंची तब उन लोगों को अपहरण की सूचना मिली.
घबराइए मत, हमलोग सीबीआई वाले हैं
परिजन लगातार रंजीत शर्मा के मोबाइल पर फोन कर रहे थे तो फोन बंद आ रहा था. 4:17 बजे जब कॉल रिसीव हुआ तो अपहर्ताओं की ओर से कहा गया कि घबराइए मत हम लोग सीबीआई वाले हैं. इस मामले में गोविंदपुर थाना प्रभारी सह पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. शीघ्र ही मामले का खुलासा होगा.
पिता पुत्र को छोड़ा, एक करोड़ मांग रहे थे रंगदारी
शाम 7 बजे अपहर्ताओं ने दोनों पिता-पुत्र को महुदा मोड़ पर छोड़ दिया है. एक ग्रामीण के मोबाइल से उन्होंने अपने परिजनों को छोड़ देने की सूचना दी. अपहर्ताओं ने रंजीत शर्मा का मोबाइल, घड़ी, चैन एवं अंगूठी समेत अन्य सामान छीन लिया एवं उनके साथ मारपीट भी की है. उनसे एक करोड़ की फिरौती मांगी जा रही थी. रंजीत के मोबाइल से उनके मित्रों से भी संपर्क कर फिरौती की राशि उपलब्ध कराने को कहा, लेकिन रंजीत शर्मा एवं उनके मित्रों ने इतनी बड़ी राशि दे सकने में असमर्थता जतायी. इसके बाद मारपीट कर उन्हें छोड़ दिया गया. परिजनों की सूचना पर पुलिस भी उन्हें धनबाद स्टेशन से लेकर गोविंदपुर थाना लायी, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. रंजीत शर्मा के वापस लौटने पर परिजनों ने चैन की सांस ली है.
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