Dhanbad: पिता की नौकरी जाने पर बेटी लगा रही थी इंसाफ की गुहार, अब BCCL ऑफिस के महिला शौचालय में मिला शव
अपने पिता के लिए इंसाफ मांग रही धनबाद की बेटी का शन बीसीसीएल सदेंहास्पद स्थिति में मिला. वो अपने पिता की नौकरी जाने पर अधिकारियों से मदद गुहार लगा रही थी. अब मृतका के भाई कुछ अधिकारियों पर मदद की गुहार लगा रहे थे.
धनबाद : अपने पिता फकीर चंद्र महतो के लिए इंसाफ मांगने आयी पार्वती कुमारी उर्फ उसना कुमारी (30) का शव सोमवार को बीसीसीएल पीबी एरिया के जीएम ऑफिस के महिला शौचालय में संदेहास्पद स्थिति में मिला. बीसीसीएलकर्मी फकीर चंद्र महतो को जमीन विवाद में नौकरी से निलंबित कर दिया गया था.
उसकी अविवाहित छोटी पुत्री पार्वती कई दिनों से पिता की निलंबन वापसी के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रही थी. घटना के बाद एरिया ऑफिस से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मी गायब हो गये. मृतका के भाई मोहन कुमार महतो ने पुटकी थाना में आवेदन देकर जीएम पीके मिश्रा व प्रबंधक कार्मिक प्रभात कुमार पर हत्या का आरोप लगाया है.
इसके पहले घटना की सूचना पाकर पुटकी इंस्पेक्टर सरोज कुमार सिंह दलबल पहुंचे और छानबीन की. शव दुपट्टा से झूलता हुआ पाया गया, मृतका का दोनों पैर फर्श से सटा हुआ था. सूचना पाकर पहुंचे रैयत विस्थापित संघर्ष मोर्चा के नेता सह आजसू के जिला अध्यक्ष मंटू महतो के नेतृत्व में परिजन व ग्रामीण पीबी एरिया जीएम ऑफिस के नीचे धरना पर बैठ गये.
आरोप : हमारी जमीन पर सड़क बनाना चाहता है बीसीसीएल, नहीं देने पर नौकरी से बैठाया गया
मोहन ने कहा है कि उसके पिता फकीर चंद महतो यूजी ऑनशटर (सिग्नल मैन) के पद पर कार्यरत हैं. अरलगड़िया मौजा में हमारी जमीन है. बीसीसीएल प्रबंधन उक्त जमीन पर जबरन सड़क निर्माण करना चाहता है. हमलोगों ने इसका विरोध किया तो, मेरे पिता को 22 जनवरी 2022 को नौकरी से बैठा दिया गया.
गत दो माह से कार्यलय का चक्कर काटने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई. परिवार के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गयी. पीबी एरिया जीएम पीके मिश्रा व प्रबंधक (कार्मिक) प्रभात कुमार ने धमकी दी कि जबतक जमीन पर सड़क निर्माण करने नहीं दोगे, तबतक तुम्हारे पिता की नौकरी ज्वायनिंग नहीं होगी. चाहे तुमलोग भूखे मरो या आत्महत्या कर लो, कोई फर्क नहीं पड़ता.
इसी बीच मैं और मेरी बहन सोमवार को एरिया ऑफिस गये. किसी ने एक न सुनी. मैंने बहन से कहा कि मैं घर जा रहा हूं. तुम भी आ जाना. मैं वहां से निकल गया, मेरी बहन दुबारा पदाधिकारी से बात करने के लिये गयी थी. एक अधिकारी से झड़प भी हुई. मेरा दावा है कि मेरी बहन को प्रताड़ित कर साजिशन जीएम पीके मिश्रा व प्रबंधक कार्मिक प्रभात कुमार ने उसकी हत्या की है.
वहीं पिता फकीर चंद्र महतो ने का कहना है कि मेरी पुत्री स्नातक पास है और मुझे पूरा विश्वास है कि उसकी हत्या हुई है. इधर मामले में जीएम पीके मिश्रा व प्रबंधक कार्मिक प्रभात कुमार का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
Posted By: Sameer Oraon