Jharkhand Weather: बारिश से धनबाद के इन 2 डैमों का जलस्तर बढ़ा, खतरे के निशान से केवल इतना फीट कम
Jharkhand Weatherछ लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से धनबाद के पंचेत और मैथन डैम का जलस्तर बढ़ गया है. मैथन डैम जहां खतरे के निशान से महज 2 फीट कम है तो वहीं पंचेत डैम केवल 3 फीट कम है.
धनबाद: लगातार हो रही बारिश से धनबाद के मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर बढ़ गया है. मैथन डैम जहां खतरे के निशान से केवल 2 फीट कम है तो वहीं पंचेत डैम का महज तीन फीट खतरे के निशान से कम है. जलस्तर उसी अनुपात में बना रहे इसके लिए डीवीसी के हाईडल से इमरजेंसी सायरन बजाकर सुबह 6 गेट से मैथन डैम का फाटक खोल दिया गया है. भारी वर्षा की वजह से इन दोनों डैम में भारी मात्रा में जल जमा है.
एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ी जा रही है मैथन डैम से
सूचना के मुताबिक एक लाख क्यूसेक पानी मैथन डैम से छोड़ी जा रही है, तो वहीं पंचेत डैम से भी भारी मात्रा में गेट खोलकर पानी छोड़ी जा रही है. इसकी सतर्कता की सूचना पश्चिम बंगाल डीएम, कलेक्टर एवं सभी विभागों को दे दिया गया है. केंद्रीय जल आयोग मैथन और पंचेत डैम पर नजर नजर बनाए हुए हैं.
धनबाद के निरसा में पूरा जन-जीवन त्रस्त
तीन दिनों से भयंकर बारिश के बाद धनबाद के निरसा में पूरा जन जीवन त्रस्त है. क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर जा रहा है. डैम का भी जलस्तर बढ़ गया है. लगभग सभी कोलियरी में उत्पादन ठप है.
झमाझम बारिश का असर, कोयले का उत्पादन-डिसपैच प्रभावित
पिछले तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश का असर बीसीसीएल के कोयला उत्पादन व डिस्पैच पर भी पड़ा है. सोमवार को बीसीसीएल में 90 फीसदी से ज्यादा कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है. वहीं एक दिन पहले रविवार को 70 फीसदी से अधिक कोयले का उत्पादन प्रभावित हुआ था. भारी बारिश के कारण भूमिगत व खुली खदानों में पानी भरने के खतरे को देखते हुए बीसीसीएल प्रबंधन ने हाई अलर्ट जारी किया है. नदी, तालाब व जोड़िया के किनारे स्थित खुली व भूमिगत खदानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है.
कोलियरी स्तर पर कंट्रोल रूम संचालित, अधिकारियों को भेजी जा रही रिपोर्ट
मुख्यालय से लेकर कोलियरी स्तर पर कंट्रोल रूम संचालित कर दिया गया है, जो हर घंटे की रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेज रहा है. हालांकि बीसीसीएल में बारिश के कारण किसी घटना-दुर्घटना की सूचना नहीं है. भू-धंसान व अग्नि प्रभावित क्षेत्र होने कारण कारण भारी बारिश से कोयलांचल में गैस रिसाव और भू-धंसान की घटनाएं भी बढ़ गयी हैं. इन इलाकों में गैस रिसाव का खतरा भी बढ़ गया है. इसे लेकर बीसीसीएल विशेष सतर्कता बरत रही है.
Also Read: Jharkhand Weather: झारखंड में भारी बारिश से नदियां उफान पर, पतरातू डैम के खोले गए पांच फाटक