जूनियर डॉक्टरों ने एसएनएमएमसीएच में बंद कराया रजिस्ट्रेशन काउंटर, ओपीडी चेंबर में जड़ा ताला, सभी ऑपरेशन टले
कोलकाता के महिला ट्रेनी चिकित्सक से हैवानियत के विरोध में हड़ताल पर गये जूनियर डॉक्टर
कोलकाता के ट्रेनी चिकित्सक से हैवानियत के विरोध में शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के जूनियर डॉक्टर शुक्रवार को हड़ताल पर चले गये. शुक्रवार की सुबह सभी जूनियर चिकित्सक एसएनएमएमसीएच के ओपीडी पहुंचे और सबसे पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिया. इसके बाद ओपीडी के विभिन्न डॉक्टर्स के चेंबर में ताला जड़ दिया. ओपीडी पहुंचे सभी वरीय चिकित्सकों को भी काम करने से रोक दिया. इसके बाद जूनियर डॉक्टर ओटी पहुंचे और बंद करा दिया. इससे शुक्रवार को सर्जरी विभाग में चार, ऑर्थों में छह, मेडिसिन विभाग की ओटी में पांच मरीजों का ऑपरेशन टालना पड़ा.
इलाज कराये बगैर लौटे एक हजार से ज्यादा मरीज :
गुरुवार को राष्ट्रीय अवकाश होने के कारण एसएनएमएमसीएच की ओपीडी सेवा बंद थी. इस वजह से शुक्रवार को सुबह से ही ओपीडी में मरीजों की भीड़ थी. अचानक हड़ताल की घोषणा होने से मरीजों में चिकित्सकों के खिलाफ आक्रोश दिखा. ओपीडी सेवा बंद करने से नाराज मरीजों ने कुछ देर के लिए अस्पताल में हंगामा भी दिया. हंगामा बढ़ता देख होमगार्ड ने मरीजों को ओपीडी बिल्डिंग से बाहर निकाला और मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया. आमतौर पर एसएनएमएमसीएच की ओपीडी में रोजाना औसतन एक हजार से ज्यादा मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से किसी को शुक्रवार को ओपीडी में चिकित्सीय परामर्श नहीं मिला. एक हजार से ज्यादा मरीज इलाज कराये बगैर लौट गये.इमरजेंसी सेवा रही बहाल, मरीजों का लगा रहा तांता :
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल में एसएनएमएमसीएच की इमरजेंसी सेवा बहाल रही. लेकिन ओपीडी सेवा ठप होने के कारण इमरजेंसी में दिनभर मरीजों का तांता लगा रहा. खासकर ओपीडी के समय मरीजों की भीड़ इमरजेंसी में देखी गयी. इमरजेंसी में अचानक मरीजों की भीड़ बढ़ने के कारण कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. बाद में प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्याेति रंजन के निर्देश पर वरीय चिकित्सकों ने इमरजेंसी में मरीजों का इलाज करना शुरू किया. दोपहर एक बजे के बाद स्थिति सामान्य हुई.जूनियर डॉक्टरों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन :
एसएनएमएमसीएच के चिकित्सकों ने शुक्रवार को उपायुक्त माधवी मिश्रा से उनके कार्यालय में मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की. चिकित्सकों ने एसएनएमएमसीएच में मुख्य द्वार का निर्माण कराने, परिसर की सुरक्षा के लिए चहारदीवारी निर्माण, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, स्त्री रोग आपातकालीन के पास सड़क को बंद करना, सुरक्षा गार्डों की संख्या में वृद्धि व अस्पताल परिसर के सड़कों का चौड़ीकरण कराने की मांग की.70 वर्षीय वृद्धा के टूटे हाथों का नहीं हुआ प्लास्टर:
गुरुवार को अपने घर में गिरने की वजह से लोयाबाद निवासी 70 वर्षीय वृद्धा अनुपमा देवी का हाथ टूट गया. वह शुक्रवार को एसएनएमएमसीएच के ओपीडी इलाज कराने पहुंची थी. यहां उनका इलाज नहीं हुआ. हालांकि, उन्होंने इमरजेंसी में जाकर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया. फिर भी उनके हाथों में प्लास्टर नहीं हो पाया.इमरजेंसी में वरीय चिकित्सकों की लगायी गयी ड्यूटी :
जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल व शनिवार से 24 घंटे के कार्य बहिष्कार को देखते हुए एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने वरीय चिकित्सकों की ड्यूटी इमरजेंसी में लगायी है. कहा कि अस्पताल प्रबंधन रात्रि पाली में इमरजेंसी में महिला चिकित्सक की ड्यूटी नहीं लगाने पर विचार कर रहा है. जल्द ही अस्पताल प्रबंधन बैठक कर इस योजना पर निर्णय लेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है