मदद के इंतजार में शव लेकर बैठे रहे परिजन, शाम को किया गया दाह संस्कार
शव को पांचवें दिन किया गया दाह संस्कार
बस्ताकोला. झरिया लोअर चौथाई कुल्ही निवासी कृष्णानंद का शव पांचवें दिन पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार किया गया. इससे पूर्व पीड़ित परिवार बीसीसीएल व राज्य सरकार से मुआवजा मिलने के इंतजार में कृष्णानंद के शव को अपने घर के बाहर रखकर घंटों बैठा रहा. सूचना भाजपा नेत्री रागिनी सिंह को मिलने के बाद वह अपने समर्थकों के साथ कृष्णानंद के घर पहुंची. कृष्णानंद की मां उम्दा देवी बहन सुनीता तथा गीता को सांत्वना दी. उन्होंने आर्थिक सहयोग भी किया. उसके बाद लोग दाह संस्कार के लिए ले गये. इस संबंध में रागिनी सिंह ने कहा कि सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों ने बीसीसीएल तथा राज्य सरकार से तत्काल कोई मदद पीड़ित परिवार को नहीं दिलायी. कहा कि सिंह मेंशन परिवार पीड़ित परिवार के साथ हमेशा खड़ा रहेगा. चानक का मुहाना बंद होता, तो बच सकती थी जान
बंद चानक का मुहाना का एक हिस्सा हिस्सा अस्थाई रूप से ढका हुआ था. उसके कारण कृष्णानंद गहरी खदान में कूदने में कामयाब हो गया था. स्थानीय लोगों का कहना था कि यह प्रबंधन की लापरवाही है. घटना के बाद सोमवार को बीसीसीएल अधिकारियों की एक टीम चानक के पास पहुंची. उसे सीमेंट व ढलाई कर बंद करने का आश्वासन लोगों को दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है