16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

DHANBAD NEWS : मौत के आठ दिन बाद बरवाअड्डा पहुंचा मजदूर का शव, 2.5 लाख में हुआ समझौता

एक माह पहले अच्छी नौकरी का वादा कर दीपक को आंध्रप्रदेश ले गया था ठेकेदार, परिजन का आरोप -दीपक की हत्या की गयी है, मजदूर ठेकेदार का दावा- दीपक ने आत्महत्या की

बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के खंडेरी-बिराजपुर गांव निवासी टिंकू राय के पुत्र दीपक राय (20 वर्ष) का शव रविवार की सुबह एंबुलेंस से आंध्रप्रदेश से गांव लाया गया. दोपहर में उसका अंतिम संस्कार भी स्थानीय श्मशान घाट में कर दिया गया. जानकारी के अनुसार शव के साथ आंध्रप्रदेश से आ रहा मजदूरों को ले जानेवाला ठेकेदार शनिवार की देर रात एंबुलेंस से उतरकर भाग गया. शव के साथ आ रहे परिजन पहले थाना जाना चाहते थे, पर उसे थाना जाने से रोक दिया गया. दीपक के परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी है. हालांकि बाद में मामले में ढाई लाख में समझौता हो गया है. वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि ने कहा कि घटना उनके क्षेत्र में नहीं हुई है.

क्या है मामला :

दीपक के पिता टिंकू राय ने बताया कि एक माह पूर्व तारटांड़-टुंडी का मजदूर ठेकेदार परमेश्वर महतो अच्छी नौकरी दिलाने का वादा कर दीपक को आंध्रप्रदेश के चित्तूर ले गया. उसने कहा था कि काम के एवज में उसे प्रतिमाह 17 हजार रुपये मिलेंगे. रहने का मकान व खाने को मिलेगा. जाने का खर्च भी नहीं लगेगा. परिजनों का आरोप है कि चित्तूर जाने पर उसने दीपक को दूसरे मजदूर ठेकेदार (बिचौलिया) के हाथों सौंप दिया और लौट गया. वहां दीपक से काफी मेहनत का काम कराया जा रहा था.

घटना के दिन अपनी बहन को किया वीडियो कॉल :

दीपक की मौत पिछले रविवार 24 नवंबर को हुई. दीपक के चाचा गोखुल राय ने बताया कि दीपक ने सूरत में रह रही अपनी बड़ी बहन को रात में वीडियो कॉल किया. लगभग 40 मिनट तक बहन से बातचीत हुई. इसके बाद दीपक ने अपने भाई को फोन किया. फोन पर हो, हल्ला व मारने, पीटने की आवाज सुनाई दे रही थी. कुछ देर बाद दीपक का मोबाइल ऑफ हो गया. घटना के दूसरे दिन सोमवार को लेबर ठेकेदार परमेश्वर महतो ने टिंकू राय (दीपक के पिता) को फोन कर बताया कि दीपक कहीं चला गया है नहीं मिल रहा है. फिर कुछ देर बाद बताया कि दीपक ने आत्महत्या कर ली है. चित्तूर रेलवे स्टेशन के पास उसका शव पड़ा हुआ है.

फ्लाइट से शव आने का दावा निकला गलत :

दीपक के चाचा गोखुल ने बताया कि लेबर ठेकेदार परमेश्वर महतो कहा था कि फ्लाइट से दीपक का शव आ रहा है. शव घर पहुंच जायेगा, पर ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि दीपक की हत्या हुई है.

शौच के बहाने शव छोड़ भागा लेबर ठेकेदार :

लेबर ठेकेदार परमेश्वर महतो दीपक के परिजनों के साथ शव लाने एंबुलेंस लेकर चित्तूर गया था. लौटने के दौरान शनिवार देर रात कतरास में एंबुलेंस से उतरकर शौच के बहाने भाग निकला. इसकी जानकारी दीपक के पिता ने अपने घरवालों को दी.

दबंगों ने परिजनों को थाना जाने से रोका :

लेबर ठेकेदार के भाग जाने के कारण परिजनों ने एंबुलेंस में रखे शव के साथ कतरास में ही रात बितायी. फिर रविवार की सुबह शव लेकर थाना जाने लगे. इस दौरान जीटी रोड उदयपुर के पास दंबगों ने एंबुलेंस को रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हंगामा भी हुआ.

होटल में किया गया समझौता :

घटना की सूचना पर पीड़ित के घर केसका के मुखिया निमाई सिंह, आसवनी वन के मुखिया हुबलाल महतो, उदयपुर के मुखिया प्रतिनिधि प्रेम महतो व लेबर ठेकेदार परमेश्वर महतो के रिश्तेदार पहुंचे. दोनों पक्षों के बीच जीटी रोड के एक होटल में समझौता हुआ. समझौते के तहत लेबर ठेकेदार की ओर से मृतक के परिजनों को ढाई लाख रुपये देने का लिखित समझौता हुआ. लेबर ठेकेदार ने मृतक के परिजनों को डेढ़ लाख रुपये दिये. शेष एक लाख रुपये अगले वर्ष जनवरी में देने की बात कही गयी है. इसके बाद परिजन शव लेकर वापस अपने घर लौट गये.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें