प्रबंधन ने परियोजना का किया निरीक्षण, जल निकासी पर दिन भर हुआ मंथन dhanbad news बस्ताकोला राजापुर परियोजना में शुक्रवार की सुबह हुई लैंड स्लाइडिंग के दूसरे दिन शनिवार को भी स्थिति पूर्ववत रही. परियोजना के कोयला बेंच में फंसे एक ड्रिल मशीन व कैंपर वाहन को निकालने की कोई व्यवस्था नहीं हो पायी. इधर, बढ़ते जलस्तर से परियोजना में करीब 50 फीट तक पानी भर गया था. इससे परियोजना के तीन बेंच डूब गये. दूसरी ओर अधिकारियों की टीम ने राजापुर कार्यालय में परियोजना को लेकर उत्पन्न स्थिति पर विचार किया. शनिवार को डीजीएमएस और बीसीसीएल के अधिकारी परियोजना का नक्शा लेकर आगे की रणनीति बनाने में लगे रहे. सनद रहे कि परियोजना फेस के उत्तरी दिशा में फेस के बड़े हिस्से में दरार आ गयी है. विद्युत सबस्टेशन जाने वाला मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है. इस मौके पर डीजीएमएस डायरेक्टर एमके साहू भी उपस्थित रहे. परियोजना के समीप के अंडरग्राउंड माइंस की गैलरी की जानकारी भी सर्वे विभाग के कर्मियों से ली. मौके पर परियोजना पदाधिकारी केके सिंह, सेफ्टी अधिकारी सी पहाड़ी सहित सर्वे विभाग के कर्मी उपस्थित थे.
सलाहकार समिति के सदस्यों ने किया निरीक्षण
सूचना पाकर सुरक्षा सलाहकार समिति के सदस्य एमएन पाल के नेतृत्व में सदस्यों ने परियोजना का निरीक्षण किया. इस दौरान वहां कार्य कर रहे कर्मियों से स्थिति की जानकारी ली गयी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रबंधन ने लैंडस्लाइड हुए हिस्से की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है.कहते हैं महाप्रबंधक
बस्ताकोला जीएम अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रबंधन पहले सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है. शीघ्र ही परियोजना से जलनिकासी शुरू की जायेगी. उसके बाद कोई निर्णय लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है