फासीवाद के खिलाफ लड़ने के लिए वाम एकता जरूरी : अरूप चटर्जी
अगस्त क्रांति दिवस पर मासस ने निकाली रैली
मासस कार्यालय निरसा गुरुदास भवन में शुक्रवार को क्रांति दिवस मनाया गया. इसके पूर्व कार्यालय से रैली निकाली गयी. प्रखंड कार्यालय पहुंचकर सुभाष चंद्र बोस व शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान आयोजित विचार गोष्ठी में कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि पूंजीवादी, साम्राज्यवाद तथा कॉरपोरेट घरानों की तिकड़ी से लड़ने के लिए देश में वामपंथी शक्तियों की एकता बहुत जरूरी है. आज देश फासीवाद की तरफ बढ़ रहा है. सार्वजनिक संस्थाओं को औने-पौने दाम पर बेचा जा रहा है.
नौ सितंबर को धनबाद में मासस का माले में होगा औपचारिक विलय
श्री चटर्जी ने कहा कि नौ सितंबर को गोल्फ ग्राउंड में मासस और भाकपा माले की संयुक्त सभा होगी. उसमें राज्य से करीब पचास हजार लोग भाग लेंगे. उसी दिन मासस का माले में औपचारिक विलय हो जायेगा. मौके पर आगम राम, बादल चंद्र बाउरी, विश्वनाथ रविदास, जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान, पवन महतो, टुटुन मुखर्जी, कुंज बिहारी मिश्रा, पापन चटर्जी, बाबा साहेब पोद्दार, सुभाष चटर्जी, सुभाष सिंह, रामजी यादव, गोपाल दास, मनोज रावत, राणा चटराज, विजय कुमार पासवान, अमरेश चक्रवर्ती, निरंजन गोराई, लालू ओझा, मनोज सिंह, सतीश बाउरी, दिनेश सिंह, मणिशंकर सेन, वंशी सिंह, पवन सिंह, चीनू घोष, शिवानी दास, अंजू चटर्जी, आशा कुंभकार, जमुना दास, हरे राम, बापिन घोष, मदन डे, सपन गोराईं, सुरेश दास, अमल खान, भीम गोराईं, राजेंद्र यादव, संजय बाउरी, श्यामल दास, गणेश बाउरी, नूर मोहम्मद, कृष्ण रजक, कार्तिक मंडल आदि थे. संचालन मुमताज अंसारी ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है