Dhanbad News: कोयला मंत्रालय ने भारत की महत्वाकांक्षी कोयला गैसीकरण पहल में महत्वपूर्ण प्रगति की है. मंत्रालय ने 8,500 करोड़ रुपये की कोयला गैसीकरण प्रोत्साहन योजना की श्रेणी-टू के तहत चयनित आवेदकों को एलओए जारी किया है. गुरुवार को कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने अतिरिक्त सचिव विस्मिता तेज, ओएसडी (तकनीकी) आशीष कुमार व निदेशक (तकनीकी) बीके ठाकुर की उपस्थिति में आवेदकों को पत्र सौंपा है.
गैसीकरण में तकनीकी प्रगति में तेजी लाने का प्रयास
बता दें कि कोयला गैसीकरण प्रोत्साहन योजना 2030 तक 100 मिलियन टन कोयला गैसीकरण तक पहुंचने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य में अहम भूमिका निभा रही है. यह पहल कोयला गैसीकरण में तकनीकी प्रगति में तेजी लाने, कार्बन उत्सर्जन को काफी कम करने, ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और अधिक टिकाऊ ऊर्जा परिदृश्य के लिए नींव तैयार करने के लिए डिज़ाइन की गई है. श्रेणी-टू के तहत निजी क्षेत्र/सरकारी सार्वजनिक उपक्रम (प्रति परियोजना 1,000 करोड़ रुपये या पूंजीगत व्यय का 15 प्रतिशत, जो भी कम हो) के आवंटन के लिए जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड अंगुल, ओडिशा में 2 एमएमटीपीए कोयला गैसीकरण परियोजना को वित्तीय प्रोत्साहन में 569.05 करोड़ रुपये का अवार्ड किया गया है. वहीं न्यू एरा क्लीनटेक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड भद्रावती, चंद्रपुर, महाराष्ट्र में न्यू एरा क्लीनटेक की कोयला गैसीकरण परियोजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया गया है. इसके अलावा ग्रेटा एनर्जी लिमिटेड को एमआइडीसी भद्रावती, चंद्रपुर, महाराष्ट्र में कोयला गैसीकरण परियोजना के लिए 414.01 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रोत्साहन दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है