विशेष संवाददाता, धनबाद.
किशोर एवं युवाओं को नशा के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करना हम सबकी जिम्मेदारी है. जिला प्रशासन की ओर से इसे लेकर आज से जागरूकता अभियान शुरू किया गया है. उक्त बातें बुधवार को समाहरणालय में प्रेस कांफ्रेंस कर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी माधवी मिश्रा ने कही. उन्होंने कहा कि निषिद्ध मादक पदार्थों का दुरुपयोग को कम करने, इसके व्यापार में संलिप्त तस्करों तथा उपयोकर्ताओं के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ समाज को, विशेषकर किशोर तथा युवा वर्ग को जागरूक करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित राज्यव्यापी जागरूकता कार्यक्रम जिले में भी संचालित किया जा रहा है. इस अभियान में मीडिया की भूमिका भी अहम है. मीडिया के जरिये मादक पदार्थों के रोकथाम हेतु संदेश लोगों तक पहुंचाना भी हमारा उद्देश्य है.माता-पिता, शिक्षक आगे आयें :
डीसी ने कहा कि इस अभियान में जिला प्रशासन के अलावा सभी जिले वासियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. खासकर बच्चों के माता-पिता एवं शिक्षक इसकी महत्वपूर्ण भूमिका में रहते हैं. सभी पेरेंट्स अपने बच्चों पर अवश्य नजर रखें कि वह किसी गलत संगत में ना पड़ें. जो भी बच्चे नशे के आदि हैं उन्हें इन सभी चीजों से बाहर निकलना तथा दूसरे बच्चों को इससे बचाकर रखना हमारी प्राथमिकता है. जागरूकता अभियान के दौरान ग्राम स्तर पर चौपाल आयोजित करने, जिला व प्रखंड स्तर पर कार्यशाला, विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम जिसमें नुक्कड़ नाटक, विद्यालय स्तर पर क्विज व निबंध लेखन प्रतियोगिता, प्रभात फेरी, साइकिल रैली, शपथ पाठ आदि गतिविधियां संचालित की जाएगी. प्रेस वार्ता के बाद उपायुक्त ने मादक पदार्थों के रोकथाम के लिए जागरूकता रथ को समाहरणालय परिसर से रवाना किया. यह जागरूकता रथ जिले के सभी प्रखंडों में भ्रमण कर लोगों को मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूक करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है