बस्ताकोला.
विक्ट्री कॉलोनी में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. मोटर खराब होने के बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए अभियंता अनिल भगत ने गुरुवार को दूसरा मोटर लगाया, लेकिन रात में ही मोटर जल गया. उससे ग्रामीण प्रबंधन पर भड़के गये. शुक्रवार को ग्रामीण प्रबंधन से खराब मोटर को दुरुस्त करने की मांग की. प्रबंधन मोटर पंप को दुरुस्त करने में जुट गया. वहीं ग्रामीण पानी के लिए जहां-तहां भटकते रहे. ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रबंधन ने मोटर पंप दुरुस्त कर पिट वाटर की आपूर्ति नहीं की, तो बस्ताकोला से होने वाली ट्रासंपोर्टिंग ठप कर दी जायेगी. दस हजार की आबादी वाली विक्ट्री कॉलोनी में पाइपलाइन के माध्यम से पिट वाटर की आपूर्ति की जाती है. क्षेत्र में पेयजल की किल्लत होने के कारण लोग पिट वाटर पीते भी हैं. इधर दो दिनों से मोटर भी खराब हो गया. दूसरा मोटर होने के बाद भी नया मोटर नहीं लगाया गया.महुदा
. इस जानलेवा तापमान और भीषण गर्मी में महुदा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. क्षेत्र के सभी गांवों के तालाब व जोरिया पूरी तरह सूख चुके हैं. कुंआ, चापकलों ने भी दम तोड़ दिया है. ऐसे में पीने का पानी की व्यवस्था तो किसी तरह लोग इधर-उधर से कर ले रहे हैं परंतु नहाने-धोने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी व तकलीफ तो मवेशियों व अन्य जानवरों को हो रहा है. पानी की तलाश में जगह-जगह जानवरों को तालाब के किनारे व पेंड़ के नीचे हाफते देखा जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है