भूईंफोड़ हत्याकांड : घायल रवि खतरे से बाहर, पुलिस ने लिया बयान, हत्या का केस दर्ज

सरायढेला थाना अंतर्गत सीएमपीएफ कॉलोनी (भूईंफोड़) में नाली विवाद में पड़ोसी की गोली मार कर शशिदेव सिंह की हत्या कर दिये जाने के मामले में घायल भाई रिटायर्ड फौजी रविदेव सिंह के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2020 6:24 AM

धनबाद : सरायढेला थाना अंतर्गत सीएमपीएफ कॉलोनी (भूईंफोड़) में नाली विवाद में पड़ोसी की गोली मार कर शशिदेव सिंह की हत्या कर दिये जाने के मामले में घायल भाई रिटायर्ड फौजी रविदेव सिंह के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. रवि का इलाज मिशन अस्पताल दुर्गापुर में चल रहा है. वहां उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है. वहीं पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद चारों आरोपी रिटायर्ड रेलकर्मी काशीनाथ चौधरी (65), उसके पुत्र अरविंद चौधरी (31), काशीनाथ की पत्नी विमला देवी (60) व बहू रेशमी देवी (28) को जेल भेज दिया.

इधर, मृतक शशिदेव सिंह का अंतिम संस्कार गोविंदपुर खुदिया नदी में कर दिया गया. इस संबंध में सरायढेला पुलिस का कहना है कि दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज की गयी है. हत्या के सभी चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने दुर्गापुर जाकर घायल रविदेव सिंह का बयान लिया था, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

पहले रवि को गोली मारी, फिर शशि को

मिशन अस्पताल में इलाजरत रवि देव सिंह ने सरायढेला पुलिस को बयान दिया : बुधवार की शाम मैं आमाघाटा बैंक ऑफ इंडिया से ड्यूटी कर शाम सवा पांच बजे अपने घर पहुंचा तो पाया कि चौधरी परिवार के लोग मेरे पूरे परिवार को गाली कर रहे हैं. मुझे भी गाली दी. घर में हल्ला सुन छोटा भाई शशि देव सिंह (36) बाहर निकला.

इसी बीच दोनों पक्षों में हाथापाई हो गयी. इसी बीच काशीनाथ चौधरी और उसका पुत्र अरविंद चौधरी अपने घर की बालकॉनी में राइफल लेकर चढ़ गया. सास विमला व बहू रेशमी देवी नीचे रह कर गालियां देती रहीं. रेशमी ने ईंट लेकर मुझ पर फेंका, जो मेरी दाहिनी आंख के नीचे जा लगी.

हमलोग नीचे ही थे, तभी मैंने अपने भाई को कहा कि तुम घर के अंदर जाओ. वह घर के अंदर जा ही रहा था कि काशीनाथ चौधरी ने राइफल से मुझ पर गोली चला दी, जो मेरी छाती में जा लगी. इसी दौरान मैं गिर गया. यह देख जैसे ही मेरा भाई शशि पहुंचा, उस पर भी फायरिंग की गयी. वह भी गिर गया. फिर दोनों को पीएमसीएच ले जाया गया, जहां भाई ने दम तोड़ दिया. मेरे भाई की मौत काशीनाथ द्वारा चलायी गयी गोली से हुई है.

शव पहुंचते ही कॉलोनी में मचा कोहराम

गुरुवार को शशिदेव सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही 11.15 बजे सीएमपीएफ कॉलोनी लाया गया, पूरे मुहल्ला दहाड़ मार कर रोने लगा.सभी लोग चौधरी परिवार को कोस रहे थे.

बेसुध थी पत्नी, कफन हटा कर पुत्र का चेहरा निहार रहे थे पिता

पति का शव देख पत्नी सोनी देवी बेसुध होकर गिर पड़ी. मुंह से कोई जबान नहीं निकल रहा था. सिर्फ आंसू निकल रहे थे. अचानक वह कुछ देर दहाड़ मार कर रोने लगी. उसका साढ़े तीन साल का बेटा और सात साल की बेटी अपने पिता के शव के पास बैठ कर निहार रही थी. वहीं पिता कृष्णा सिंह अपने पुत्र का शव देख कर कुछ बोल नहीं पा रहे थे. कफन को उठा कर बार-बार निहार रहे थे. मां का रो-रो कर बुरा हाल था. पोस्टमार्टम से शव आने के पहले ही सरायढेला पुलिस ने सीएमपीएफ कॉलोनी में अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती कर दी थी.

Next Article

Exit mobile version