धनबाद.
आइआइटी आइएसएम में बुधवार से 24वां राष्ट्रीय परमाणु और आणविक भौतिकी सम्मेलन (एनसीएएमपी 2025) शुरू हो गया. इस चार दिवसीय सम्मेलन में 100 से अधिक संस्थानों के 200 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. यह आयोजन भारतीय परमाणु और आणविक भौतिकी सोसायटी (आइएसएएमपी) और आइआइटी आइएसएम के भौतिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है.विज्ञान और प्रौद्योगिकी का संगम
सम्मेलन का उद्देश्य परमाणु, आणविक और ऑप्टिकल भौतिकी के क्षेत्र में छात्रों, शोधकर्ताओं, और अनुभवी वैज्ञानिकों के बीच वैज्ञानिक संवाद व ज्ञान साझा करना है. सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नीति के आपसी संबंध को रेखांकित किया.
गोल्डन जुबली समारोह
इस वर्ष का आयोजन आइएसएएमपी के गठन के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किया गया है. इस अवसर पर विशेष सत्र और समिति के पुनर्गठन के लिए चुनाव आयोजित किये गये. सम्मेलन में 20 सत्र में करीब आठ युवा वैज्ञानिक की प्रस्तुतियां, 40 मौखिक प्रस्तुतियां और 120 पोस्टर प्रस्तुतियां प्रदर्शित की जाएंगी. सम्मेलन के उद्घाटन सत्र का समापन प्रो. पीएम सारुन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है