आजादी के अमृतकाल में भी सिंदरी गांव को नसीब नहीं शुद्ध पेयजल, लोग नाले में साफ करते हैं बर्तन

सिंदरी बस्ती के नाम पर सिंदरी शहर बसा. लोगों ने खाद कारखाने के लिए अपनी जमीन दे दी, लेकिन उन्हें आज तक पीने का पानी मयस्सर न हुआ. पढ़ें ग्रामीणों का दर्द.