dhanbadnews: किसी अधिवक्ता ने नहीं की आरोपी पेलोडर चालक की पैरवी, गया जेल

पेलोडर के धक्के से महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा की हुई मौत मामले में झरिया थाने की पुलिस ने मंगलवार को आरोपी बीसीसीएल के चालक भोला चौहान को अपर न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी की अदालत में पेश किया. उसकी ओर से किसी अधिवक्ता ने पैरवी नहीं की. इस कारण अदालत ने उसे जेल भेज दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 1:12 AM

धनबाद.

पेलोडर के धक्के से महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा की हुई मौत मामले में झरिया थाने की पुलिस ने मंगलवार को आरोपी बीसीसीएल के चालक भोला चौहान को अपर न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी की अदालत में पेश किया. जहां उसकी ओर से किसी अधिवक्ता ने पैरवी नहीं की. इस कारण अदालत ने उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया. यह मामला झरिया थाना कांड संख्या 302/24 से संबंधित है. इधर महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा की मौत से आहत धनबाद बार के अधिवक्ताओं ने मंगलवार को खुद को न्यायिक कार्य से अलग रखा. इस कारण अदालती कार्य पूरी तरह ठप रहा. अदालत में नीरज सिंह, रंजय सिंह हत्याकांड व पूर्व सांसद ददई दुबे जैसे चर्चित वादों और दर्जनों जमानत अर्जी पर सुनवाई नहीं हुई. धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सहाय, पूर्व अध्यक्ष कंसारी मंडल, राधेश्याम गोस्वामी, महासचिव जितेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष मेघनाथ रवानी, अनिल त्रिवेदी, ब्रजकिशोर समेत काफी संख्या में अधिवक्ताओं ने दिवंगत अधिवक्ता नेहा वर्मा को श्रद्धांजलि दी.

परिजनों को और सहायता दिलाने का प्रयास करूंगी : रागिनी सिंह

महिला अधिवक्ता की मौत मामले में झरिया विधायक रागिनी सिंह ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. कहा कि मृत महिला अधिवक्ता के परिवार को हरसंभव सहायता दिलाने का प्रयास करूंगी. कहा कि शीघ्र ही नियोजन सहित बीमा द्वारा पारित मुआवजा राशि भी परिजनों को उपलब्ध करायी जायेगी. कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विशेष कदम उठायेंगे. झरिया में ट्रैफिक व्यवस्था बहाल कराऊंगी.

शव पहुंचते ही गम में डूबी डिगवाडीह सीआरओ कॉलोनी

झरिया-जोड़ापोखर.

मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव डिगवाडीह सीआरओ कॉलोनी शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी. पूरी कॉलोनी का माहौल गमगीन हो गया. बूढ़ी मां मीरा देवी, पुत्री तान्या कुमारी, माही कुमारी,पुत्र आयुष का रो-रो कर बुरा हाल था. आस पड़ोस के लोग परिजनों को ढांढस बंधने में जुटे हुए थे. मृतका के पति श्याम सुंदर श्रीवास्तव बेसुध पड़ा था. कह रहे थे कि एक पल में मेरे परिवार की खुशियां चली गयी. शव का अंतिम संस्कार मोहलबनी घाट पर किया गया है. मौके पर धनबाद बार के कई अधिवक्ता मौजूद थे.

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