जल निकासी की सही व्यवस्था नहीं, सड़क से लेकर मुहल्लों तक जल जमाव

बरसों बाद राहत की बारिश, गांव खुश, शहर परेशान] बारिश से खुली निगम के जल निकास की पोल, पूरे शहर का जनजीवन हुआ प्रभावित

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 1:45 AM

धनबाद में वर्षों बाद झमाझम बादलों ने बरसात की. इसका असर शहर से लेकर गांव तक पड़ा. मुसलाधार बारिश से जहां शहर के लोग परेशान हैं, वहीं ग्रामीणों में उत्साह है. अगस्त माह में सबसे ज्यादा बारिश से होने के बाद धान की रोपनी शुरू हो गयी. दूसरी ओर धनबाद में बेतरतीब तरीके से बसावट की वजह से लोगों को जल जमाव का सामना करना पड़ रहा. निगम जल जमाव से निबटने में हांफ रहा है. इसका मुख्य कारण बरसात से पूर्व जल जमाव से निबटने की तैयारी में कमी है. इस वजह से सही से जल निकासी की व्यवस्था नहीं हो पायी और सड़क से मुहल्लों तक जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सड़कों के गड्ढे और चौड़े व गहरे हो गये हैं. कई जगहों पर सड़क भी बह गयी है. हालात इतने गंभीर हो गये हैं कि लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुस जा रहा है. सड़क पर जमे पानी की वजह से वाहन खराब हो जा रहे हैं. लोगों को अपने वाहनों को धक्का देना पड़ रहा है. बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है. सब्जी बाजार में कीचड़ जमा हो गया है. धनबाद में एक रात की मुसलाधार बारिश के बाद शहर पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है.

भूइफोड़ के पास की दुकानों में भरा पानी, दुकानदारों को लाखों का नुकसान :

भूईंफोड़ रोड में मुख्य सड़क के किनारे स्थित विश्वकर्मा मोबाइल, गणपति हार्ड वेयर, टायर वर्कशॉप समेत अन्य दुकानों में पानी भर गया था. सुबह में लोग अपनी-अपनी दुकानों में मोटर लगाकर पानी निकाल रहे थे. गणपति हार्डवेयर के पंचम ने बताया कि पानी भरने से रैक खराब होकर गिर गया. इससे उसपर रखा सारा सामान खराब हो गया है. टायर वर्कशॉप के संचालक अभिषेक ने कहा कि पानी भरने से एक लाख की मशीन खराब हो गयी. इनवर्टर भी खराब हो गया है. हर साल का यही हाल है. ऊपर का नाला भरा होने के कारण पहाड़ का पानी उनके दुकानाें में प्रवेश कर जाता है. महिंद्रा ट्रैक्टर में पानी भर गया है. पानी से काउंटर समेत अन्य सामान खराब हो गया है. कर्मियों ने बताया कि रात में डिवाइडर को तोड़ा गया, लेकिन इसके बाद भी राहत नहीं मिली.किसानों में बारिश से खुशी का माहौलबारिश से शहर का हाल बेहाल है. वहीं किसानों का जोश दोगुना हो गया है. जिले में किसान कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे थे. बारिश के बाद किसान अपने खेतों में हल-बैल ले कर उतर गये. किसानों ने धान की रोपनी भी शुरू कर दी है. जून, जुलाई के माह में बारिश ना होने से परेशान किसान अगस्त की बारिश से काफी खुश है.

पानी निकासी विवाद को लेकर दो पक्ष भिड़े, एक घायलभूली. भूली झारखंड मोड़ से विनोद बिहारी चौक तक आठ लेन सड़क के किनारे नावाडीह के समीप बरसात का जमा पानी निकालने के दौरान दो पक्षों में भिड़ंत हो गयी. इस घटना में समाजसेवी संजय पंडित घायल हुए है. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि नावाडीह के कई अपार्टमेंट में बरसात का पानी जमा हो गया था. जमे पानी को निकालने के लिए सोमवार को स्थानीय युवकों द्वारा नाला की सफाई करायी जा रही थी. वहीं के रहने वाले मंतोष मंडल व अन्य ने इसका विरोध किया. समाजसेवी संजय पंडित विवाद को सुलझाने गये थे. वे विरोध करने वालों से बात कर ही रहे थे कि मंतोष मंडल ने बांस से उनके सिर पर वार कर घायल कर दिया. इस संबंध में अबतक संजय पंडित द्वारा थाने में शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है.नावाडीह में भरा पानी, हाथ में जूता टांगकर वैन तक जा रहे बच्चेनावाडीह इलाका के लोग एक बार फिर से जलजमाव की समस्या झेल रहा है. पिछले साल हुई बारिश के दौरान राहत देने के कई वादे हुए, लेकिन कोई काम नहीं हुआ. नतीजा इस साल भी लोग जल जमाव की समस्या झेल रहे हैं. यहां नंदन रेसिडेंसी, सन हाइट वन समेत आसपास के आवास के बेसमेंट में पानी भर गया. रास्ता में भी घुटने तक पानी जमा है. इस वजह से घर तक स्कूल वैन नहीं पहुंच पा रहा है. लोगों को अपने वाहन से बच्चों को सड़क तक लाकर वैन में बैठाना पड़ रहा है. कई बच्चे हाथ में जूता टांगकर घर जा रहे हैं. क्योंकि जल जमाव की वजह से उन्हें घर से कुछ दूर ही छोड़ दे रहा है. इन समस्याओं से लोगों में आक्रोश है.

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