मुख्य संवाददाता, धनबाद.
461.90 करोड़ रुपये की लागत से आठ लेन सड़क बन रही है. लगभग 99 प्रतिशत काम पूरा हो गया है. जून तक इस सड़क का काम पूरा करने का दावा साज ने किया है. अब तक इस सड़क पर अरबों रुपये खर्च किये गये लेकिन रोड फर्नीचर पर काम नहीं हुआ. वाहनों का रूट व गति क्या होगी, इसका डिसप्ले नहीं किया गया है. लिहाजा एक ही लेन पर वाहन आते-जाते रहते हैं. इसके कारण आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. साज के कार्यपालक अभियंता की मानें तो जून तक रोड फर्नीचर का काम भी पूरा कर लिया जायेगा. जहां-जहां रोड फर्नीचर की जरूरत है, वहां-वहां डिसप्ले किया जायेगा.दुर्घटना के लिए हम भी दोषी :
आठ लेन सड़क पर दुर्घटना के लिए हम भी दोषी हैं. समय और फ्यूल बचाने के लिए अक्सर लोग रांग साइड का इस्तेमाल करते हैं. यह भी दुर्घटना का कारण बनता है. काको मठ से गोल बिल्डिंग तक जो आठ लेन सड़क बनी है, पूरी सड़क 45 मीटर चौड़ी है. इसमें 8.5-8.5 मीटर की फोर लेन सड़क है. एक आने के लिए तो दूसरी जाने के लिए है. इसके बाद 6.5-6.5 मीटर की सर्विस लेन है. जो आठ लेन सड़क पर इंट्री करने के लिए बनायी गयी है. सर्विस लेन से इंट्री करने के बाद जहां-जहां आठ लेन सड़क का जक्शन बना है, वहीं से फोर लेन में इंट्री करनी है. इसके अलावा 2-2 मीटर का साइकिल ट्रैक, 1.5-1.5 मीटर का डिवाइडर व 1.15-1.15 मीटर का ड्रेन है. सब कुछ यातायात नियमों के तहत किया गया है. लेकिन हम नियमों को ताक पर रखकर रांग साइड में घुस जाते हैं. इससे दुर्घटनाएं घटती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है