Dhanbad News: स्थायी एसआरपी नहीं, थाना भी प्रभार में
राजकीय रेल पुलिस का हाल-बेहाल है. थाना प्रभारी तो दूर मुख्य पदों पर भी अधिकारियों की पोस्टिंग नहीं है. महत्वपूर्ण पद भी प्रभार पर ही चल रहे हैं. यहां स्वीकृत पदाें का आधा भी मैनपावर नहीं है.
धनबाद.
राजकीय रेल पुलिस का हाल-बेहाल है. थाना प्रभारी तो दूर मुख्य पदों पर भी अधिकारियों की पोस्टिंग नहीं है. महत्वपूर्ण पद भी प्रभार पर ही चल रहे हैं. कुल स्वीकृत पदों का 50 प्रतिशत भी मैन पावर नहीं है. ऐसे में रेल पुलिस का काम कैसे चल रहा है, अंदाजा लगाया जा सकता है. धनबाद राजकीय रेल पुलिस में एसआरपी का पद प्रभार पर चल रहा था. जैप-3 के कमांडेंट अंबर लकड़ा को रेल एसपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. अब उन्हें प्रोन्नति देकर डीआइजी दुमका बना दिया गया है. जबकि रेल एसपी का पदभार किसी को नहीं दिया गया है. यहीं नहीं रेल डीएसपी वन का पद भी खाली पड़ा है. थाना की बात करें तो धनबाद रेल थाना भी प्रभार पर ही चल रहा है.चार माह से नहीं है डीएसपी वन
गत फरवरी में दोनों डीएसपी का स्थानांतरण हो गया था. उसके बाद डीएसपी वन संजीव बेसरा की जगह पर डीएन बंका और डीएसपी टू साजिद जफर की जगह पर जय गोविंद प्रसाद गुप्ता आये थे. लेकिन सितंबर 2024 में डीएन बंका के स्थानांतरण के बाद पिछले चार माह से यह पद खाली पड़ा है. उनका काम अब डीएसपी टू देख रहे हैं.राजकीय रेल में 22 रेल थाना
राजकीय रेल में एसपी के मातहत थाना, पीपी व ओपी मिलाकर 22 रेल थाना हैं. लेकिन इनमें से 10 से अधिक प्रभार पर चल रहे हैं. आने वाले दिनों में थानों में इंस्पेक्टर की नियुक्ति होने वाली है. एसपी के अंतर्गत पाकुड़ के मालदा बॉर्डर, झाझा, बंगाल में कुमारधुबी तक, बिहार में गया से पहले तक, सोननगर तक, यूपी में चोपन-चुनार, चंद्रपुरा तक 450 किलोमीटर से अधिक का क्षेत्र आता है. इसके बाद भी मैन पावर 50 प्रतिशत से भी कम है.रेल डीएसपी टू के आवास की चहारदीवारी टूटी
रेल डीएसपी टू के आवास की चहारदीवारी महिनों पहले गिर गयी थी. अब तक इससे नहीं बनाया गया है. जबकि रेलवे की ओर से हर माह रेल डीएसपी से करीब 18 हजार रुपये हाउस रेंट लिया जाता है.प्रभार में चल रहा रेल एसपी का पद
रेल एसपी का पद प्रभार में चल रहा है. दीपक कुमार के जाने के बाद अधिकांश समय यह पद प्रभार में ही चला है. दीपक कुमार जुलाई 2019 से सितंबर 2020 तक यहां रेल एसपी के पद पर थे. इसके बाद 13 मार्च 2021 से 20 अक्तूबर 2021 तक सीटी एसपी आर रामकुमार को प्रभार दिया गया. 20 अक्तूबर 2021 से 27 जुलाई 2023 तक जैप-3 के कमांडेंट प्रियदर्शी आलोक प्रभार में रहे, 19 सितंबर 2023 से 19 अक्तूबर 2023 तक एसएसपी संजीव कुमार प्रभार में रहे. इसके बाद स्थायी रेल एसपी मनोज स्वर्गियारी बने. वह 19 अक्तूबर 2023 से 15 अक्तूबर 2024 तक रहे. उनके स्थानांतरण के बाद जैप-3 के कमांडेंट अंबर लकड़ा को प्रभार 30 नवंबर 2024 को दिया गया.न चालक है ना सफाई कर्मी
रेल डीएसपी समेत अन्य कार्यालयों की सफाई के लिए कर्मचारी तक नहीं है. न चालक है और ना रसोइया. कंप्यूटर ऑपरेटरों की भी कमी है. सफाई कर्मी नहीं होने के कारण सफाई भी ठीक से नहीं होती है. अचानक डीएसपी को कहीं जाना पड़े तो वाहन चालक तक नहीं मिल पाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है