एक ही विवि में डीआरसी के लिए नोटिफिकेशन, आपस में ही उलझे शिक्षक

बीबीएमकेयू में डीआरसी की बैठक को शिक्षकों ने बनाया अपने प्रतिष्ठा का विषय

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2024 1:47 AM

वरीय संवाददाता, धनबाद,

बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में चार विभागों में डिपार्टमेंट रिसर्च काउंसिल (डीआरसी) की प्रस्तावित बैठक को अधिकारियों, विभागाध्यक्षों और शिक्षकों ने अपने लिए प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है. इसको लेकर यह सभी एक दूसरे को गलत ठहराने के लिए एड़ी चोटी एक किये हुए हैं. वहीं इन सबके के बीच इन विषयों के रिसर्च स्कॉलर उलझ कर रह गये हैं. यह मामला हिंदी, बांग्ला, फिजिक्स और केमिस्ट्री विभाग का है. इसके लिए विवि द्वारा जारी नोटिफिकेशन भी भ्रम पैदा कर रहा है. इन चारों विभागों के लिए अलग-अलग नोटिफिकेशन जारी किया गया है. क्या है मामला : विवि में इन चार विभागों में डीआरसी की बैठक के लिए आठ मई को रजिस्ट्रार डॉ कौशल कुमार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार हिंदी और बांग्ला विभाग की डीआरसी की बैठक के लिए डीन मानविकी को चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है. इसके लिए तर्क दिया गया है कि विवि के पीएचडी के नये रेगुलेशन के अनुसार जिन विभागों में चार से कम शिक्षक होंगे, उनके डीआरसी की बैठक की अध्यक्षता संबंधित संकाय के डीन करते हैं. हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष समेत तीन शिक्षक हैं. जबकि बांग्ला में दो शिक्षक हैं, लेकिन इस नोटिफिकेशन को पीएचडी सेल ने चुनौती दे दी है. सेल के चेयरमैन डॉ बीएन सिन्हा ने रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर इसे गलत बताया है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि यह नोटिफिकेशन नियमानुसार नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि डीआरसी की बैठक की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष करते हैं डीन नहीं. वहीं दूसरी ओर विवि प्रशासन अपने रेगुलेशन को फिजिक्स और केमिस्ट्री विभाग के डीआरसी की बैठक के लिए जारी नोटिफिकेशन गलत बता रहा है. इन दोनों विभागों के डीआरसी की बैठक के लिए विभागाध्यक्ष को चेयरपर्सन बनाया है. जबकि विवि में इन दोनों विभाग में दो-दो शिक्षक हैं.

बदलेगा नोटिफिकेशन :

वहीं इस मामले में कुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार ने बताया कि फिजिक्स और कैमेस्ट्री के मामले में गलत नोटिफिकेशन जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि इन दोनों विभागों के डीआरसी की बैठक के लिए चेयरपर्सन डीन साइंस बनाये जायेंगे. कुलपति ने बताया कि हिंदी विभाग के जिन तीन रिसर्च स्कॉलर रजिस्ट्रेशन पहले रद्द किया गया है, उनके मामले में डीआरसी की बैठक की आवश्यकता नहीं है. इसके लिए अगले सप्ताह पीजीआरसी की बैठक कर इन रिसर्च स्कॉलर्स की समस्याओं का समाधान किया जायेगा.

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