संवाददाता, धनबाद,
प्रचंड गर्मी में लोगों ने जल संकट का सामना किया. मानसून के प्रवेश करने के साथ ही 16 जून से बारिश के आसार बन रहे हैं. अब जाकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने चापाकलों की मरम्मत के लिए टेंडर निकाला है. इसके तहत चापाकलों की मरम्मत और नोटर राइजर पाइप लाइन बदले जायेंगे. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद काम का आवंटन होगा. इसके बाद मरम्मत कार्य शुरू होगा. तब तक बारिश आ जायेगी, जिसका फायदा लोगों को नहीं मिलेगा.644 पुराने चापाकलों की जगह बोरिंग कर लगाने हैं नये चापाकल :
जिले में विशेष मरम्मत के अभाव में जहां 644 चापाकल खराब पड़े हुए है. इनकी जगह पर दूसरी बोरिंग कर चापाकल लगाया जाना है. वहीं दूसरी ओर नोटर राइजर पाइप में खराबी के कारण 1182 चापाकल खराब है. विभाग की ओर से नवंबर माह से ही टेंडर की प्रक्रिया होती है, ताकि गर्मी से पहले काम पूरा हो जाये. लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ. मुख्यालय ने विलंब से विशेष मरम्मत के लिए 94 और नोटर राइजर पाइप की मरम्मत के लिए 516 चापाकलों की स्वीकृति दी. ऐसे में मार्च में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया. लेकिन आचार संहिता लगने के कारण काम नहीं हुआ. आचार संहिता खत्म होने के बाद स्वीकृति आदेश अब विभाग की ओर से टेंडर किया गया है.गांवों में चापाकल ही सहारा :
ग्रामीण इलाकों में पानी के लिए लोग चापाकल, कुआं, तालाब पर निर्भर हैं. भीषण गर्मी में तालाब व कुआं ने साथ छोड़ दिया है. समय पर चापाकलों की मरम्मत नहीं होने के कारण पानी संकट झेलना पड़ा. लोग पानी के लिए एक से दूसरे चापाकलों का चक्कर लगाते दिखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है