मुख्य संवाददाता, धनबाद.
नगर निगम में टेंडर मैनेज का खेल चल रहा है. इसमें पहले एडवांस काम कराया गया, उसके बाद टेंडर निकाला गया. इसपर सवाल उठ रहे हैं. टेंडर निकाले बिना कैसे एडवांस में काम कराया गया. इसके बाद टेंडर निकाला गया. एडवांस में जिस संवेदक ने काम किया है, उसका नाम सूरज कुमार बताया जा रहा है. नगर निगम के ग्राउंड व फर्स्ट फ्लोर पर अधिकारियों व कर्मचारियों के बैठने के लिए केबिन बनाये गये हैं. कुछ दिन पहले ही दोनों फ्लोर में केबिन का काम पूरा हुआ. जबकि एक दिन पहले 25 सितंबर को इसका टेंडर निकला है. टेंडर डालने की अंतिम तिथि पांच अक्तूबर रखी गयी है. फर्स्ट फ्लोर में जो केबिन बनाये गये हैं, उसकी प्राक्कलित राशि 2, 34, 253 रुपये हैं. वहीं ग्राउंड फ्लोर फ्लोर में बनाये गये केबिन की प्राक्कलित राशि 2, 19, 961 रुपये है. इस काम को पूरा करने का 15 दिन का समय दिया गया है. इधर, नगर निगम के अभियंता की मानें तो अति आवश्यकता को देखते हुए एडवांस में काम कराना पड़ा. कुछ काम अतिआवश्यक होने पर कराये जाते हैं और बाद में उसका टेंडर निकाला जाता है. टेंडर एक प्रक्रिया है, जिसे पूरा किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है