DHANBAD NEWS : धनबाद में 14 पैक्सों से होगी धान की खरीद

16 दिसंबर से शुरू हो सकती है प्रक्रिया, सरकार के आदेश की हो रही प्रतीक्षा, 24 सौ रुपये प्रति क्विंटल दर पर खरीद की तैयारी

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 12:46 AM

धनबाद जिला में इस वर्ष धान अधिप्राप्ति (खरीदारी) 14 पैक्सों से होगी. इसके लिए पैक्सों का चयन कर लिया गया है. साथ ही पैक्सों द्वारा यहां के दो राइस मिलों को धान बेचा जायेगा. राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम मूल्य निर्धारित करने के बाद खरीदारी होगी. मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष विधानसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ही पैक्सों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. इस बार गोविंदपुर, गोड़तोप्पा, बिराजपुर, निरसा चट्टी, लटानी, ओझाडीह-कटनिया, पूर्णाडीह, पलानी, रघुनाथपुर, राजगंज, कोरकोट्टा, खानूडीह- बाघमारा, पुटकी पैक्स में धान की खरीददारी होगी. सभी निबंधित किसानों को अपने-अपने गृह प्रखंड के अटैच पैक्स में ही धान बेचने को कहा गया है. सूत्रों के अनुसार धान की खरीददारी 16 दिसंबर से हो सकती है. हालांकि, तिथि का फैसला राज्य सरकार तय करेगी. धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य फिलहाल 2183 117 100=2400 रुपया प्रति क्विंटल होगा. इसमें राज्य सरकार की तरफ से एक सौ रुपया प्रति क्विंटल बोनस राशि भी शामिल है. संभावना है कि राज्य सरकार एमएसपी में कुछ फेरबदल करे. इंडिया गठबंधन ने चुनावी घोषणा में एमएसपी 32 सौ रुपया करने की घोषणा की थी. दूसरी तरफ, जमीनी स्तर पर खरीददारी की अन्य कार्रवाई पूरी कर ली गयी है.

पिछले वर्ष से ज्यादा धन अधिप्राप्ति की संभावना :

पिछले वर्ष धनबाद जिला में धान की खेती बहुत कम हो पायी थी. बारिश कम होने की वजह से धान की पैदावार लक्ष्य के मुकाबले 20 फीसदी भी नहीं हो पायी थी. इसलिए खरीददारी भी कम हुई. इस वर्ष यहां भारी बारिश हुई है. इसलिए इस वर्ष यहां धान अधिप्राप्ति भी ज्यादा होने की संभावना है. हालांकि, यह सरकार से एमएसपी तय होने के बाद ही पता चल पायेगा. पिछले वर्ष जिन किसानों ने पैक्सों को धान बेचा था. उन सबको खाता में राशि ट्रांसफर कर दी गयी है.

खेत से ही बिचौलिया उठा लेते हैं धान :

धनबाद जिला में किसानों द्वारा पैक्स की बजाय बिचौलिया को धान बेचने में ज्यादा रुचि दिखाते हैं. बिचौलियों की टीम वाहन, तराजू के साथ सीधे खेत में ही जा कर धान खरीद लेती है. नमी को लेकर भी कोई शर्त नहीं रखते. नकद कारोबार होता है. जबकि सरकारी पैक्सों में सिर्फ निबंधित किसानों से ही धान खरीदा जाता है. वह भी नमी को हटा कर. साथ ही राशि भी किसान के खाता में डीबीटी के जरिये भेजी जाती है.

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