दूसरे दिन भी मरीजों को बेड के लिए घंटों करना पड़ा इंतजार

एसएनएमएमसीएच में मेडिसिन, ऑर्थो व सर्जरी विभाग के सभी बेड फुल होने के कारण दूसरे दिन भी मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 30, 2024 1:53 AM
an image

वरीय संवाददाता, धनबाद.

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के मेडिसिन, ऑर्थो व सर्जरी विभाग के सभी बेड फुल होने के कारण दूसरे दिन भी मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. गुरुवार को भी इन विभागों में भर्ती होने आये मरीजों को बेड खाली होने का घंटों इंतजार करना पड़ा. बता दें कि एसएनएमएमसीएच में मेडिसिन विभाग के सभी 210 बेड के अलावा सर्जरी के 120 व ऑर्थों के 140 बेड मंगलवार से ही फुल हैं. अस्पताल के इन तीन विभागों के बेड फुल होने के कारण इमरजेंसी में मरीजों का दबाव बढ़ने से यहां व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी है. पहले से अस्पताल में भर्ती मरीजों की छुट्टी होने पर दूसरों को बेड मिल पा रहा है.

वायरल फीवर के मरीजों की संख्या अधिक : व

र्तमान में वायरल फीवर के ग्रसित मरीजों के अस्पताल पहुंचने की संख्या सबसे अधिक है. मेडिसिन विभाग के सभी बेड पहले से ही वायरल फीवर के मरीजों से फुल हैं. इनके अलावा ब्लड प्रेशर बढ़ने, दस्त, उल्टी आदि की समस्या लेकर भी मरीज पहुंच रहे हैं. विभाग के एचओडी डॉ यूके ओझा ने बताया कि इस मौसम में वायरल फीवर से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है.

यह भी पढ़ें

महिला की स्थिति बिगड़ने पर परिजनों ने किया हंगामा :

एसएनएमएमसीएच के गायनी विभाग में इलाजरत गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार को परिजनों ने हंगामा किया. महिला को दो दिन पूर्व अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार की रात गोविंदपुर के बरवा दुमदुबी की रहने वाले 40 वर्षीय आशरीन परवीन को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. गुरुवार सुबह तक प्रसव नहीं हो पाया. चिकित्सकों ने सिजेरियन डिलीवरी करने की बात बतायी. इसके कुछ ही देर के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. यह देख परिजन गायनी विभाग में हंगामा करने लगे. सूचना पर मौके पर पहुंचे होमगार्ड ने समझा बुझा कर लोगों को शांत कराया. बाद में महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए आइसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. चिकित्सकों के अनुसार उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version