एसएनएमएमसीएच के कैथलैब में शुक्रवार की सुबह कतरास के छाताबाद निवासी करीम अंसारी (50 वर्ष) की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि कैथलैब की बिल्डिंग चारों ओर से पैक है. हवा आने के लिए खिड़की तक नहीं है. इस बिल्डिंग में भर्ती मरीजों को पंखा तक नहीं दिया गया है. गर्मी में मरीज की स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई. इससे उसकी मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल की नर्सों पर भी मरीज की देखभाल में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
क्या है मामला :
कतरास के छाताबाद निवासी करीम अंसारी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें शुक्रवार को एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. उनके पेट में दर्द की शिकायत थी. मेडिसिन विभाग में सभी बेड फुल होने के कारण उन्हें कैथलैब में रखा गया. कैथलैब बिल्डिंग पूरी तरह सेंट्रलाइज्ड एसी है. वायरिंग कमजोर होने के कारण एसी बंद रखा गया है. वहीं बेड के अनुसार पंखों की संख्या भी कम है. करीम को वार्ड में कोने में बेड दिया गया था. जहां, पंखा तक नहीं था. मरीज की पत्नी आबदा खातून ने बताया कि गर्मी में उनके पति की हालत ज्यादा खराब होने लगी. कई बार अस्पताल की नर्सों से पंखा उपलब्ध कराने के लिए कहा, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. शुक्रवार की सुबह नर्सों ने उन्हें पर्ची थमाते हुए दवा लाने को कहा. वो दवा लाने चली गयी. वापस लौटने पर देखा कि पति बेड से नीचे गिरे हुए है. नर्सों के होने के बावजूद किसी ने उन्हें जमीन से नहीं उठाया. बाद में किसी तरह उन्होंने पति को जमीन से बेड पर उठाया. इसके कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गयी.केथलैब में 15 स्टैंड फैन के भरोसे 40 मरीज :
एसएनएमएमसीएच के कैथलैब में वर्तमान में 40 बेड है. सभी बेड पर मरीज भरे हुए हैं. 40 मरीजों के लिए सिर्फ 15 स्टैंड फैन ही लगाए गए है. कई बेड पर पंखा नहीं है. गर्मी से बचने के लिए मरीजों को हाथ पंखा से हवा दी जा रही है. शुक्रवार को भी कैथलैब में यही नजारा दिखा. गर्मी में परेशान मरीज को उसकी पत्नी पंखा से हवा करती दिखी.एसएनएमएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. कैथलैब में पर्याप्त मात्रा में स्टैंड फैन उपलब्ध कराये गये हैं. नर्सों के मरीजों के प्रति गलत व्यवहार की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
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एसएनएमएमसीएच में एक्स-रे मशीन खराब, परेशान रहे मरीज
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) की एक्स-रे मशीन शुक्रवार को खराब हो गई. इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई. यहां दो एक्स-रे मशीनें लगी हैं. इनमें से एक गुरुवार को खराब हो गयी थी. शुक्रवार को उक्त मशीन की मरम्मत हुई. इसके कुछ देर के बाद दूसरी मशीन भी ब्रेकडाउन हो गयी. इससे एक्स-रे का काम प्रभावित हुआ. एक मशीन से किसी तरह अस्पताल में भर्ती मरीजों का एक्स-रे किया गया. वहीं ओपीडी में आने वाले अन्य मरीजों को लौटा दिया गया. इसके बाद अस्पताल में पीपीपी मोड पर संचालित हेल्थ मैप जांच केंद्र में मरीजों ने ज्यादा पैसे देकर अपना एक्स-रे कराया. बता दें कि एसएनएमएमसीएच में रोज औसतन 250 से ज्यादा मरीजों का एक्स-रे होता है. यहां एक्स-रे मशीन खराब होने के कारण शुक्रवार को 150 से ज्यादा मरीजों ने निजी जांच केंद्र में एक्स-रे कराया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है