धनबाद : मेरा बेटा मर नहीं सकता. वह बहुत मजबूत था, लेकिन लगातार प्रेशर के कारण उसने इस तरह का कदम उठाया है. उसने बहुत मजबूरी में इस तरह का काम किया है. उक्त बातें मृत रेलकर्मी पवन कुमार राउत की मां रावली राउत ने कही. उन्होंने बताया कि उनके पति गजाधर राउत रेलवे में नौकरी करते थे. उनके देहांत के बाद पवन की नौकरी लगी थी. पवन पर ही पूरे परिवार का बोझ था. अब ऐसे में उसका जाना सबसे बड़ा दुख है.
मुन्ना लगातार करता था फोन, घर आकर दी थी धमकी
रावली राउत ने बताया कि मुन्ना नामक व्यक्ति उनके बेटे को लगातार परेशान करता था. तीन मार्च को मुन्ना उनका घर आया और उनसे बोला की तुम्हारे बेटा को 36 बार फोन किये हैं, लेकिन वह उठा नहीं रहा है. फोन नहीं उठायेगा तो समझ लिजिएगा. रावली राउत ने बताया कि यह सुन कर उन्होंने भी बेटे को फोन किया, तो उसने फोन नहीं उठाया. इस पर वह तत्काल वहां गयीं, जहां पर वह काम करता था. वहां पूछने पर पता चला कि वह काम पर आया था, लेकिन फिर कहीं चला गया, उसका पता नहीं लग रहा है. यह सुनकर वह डर गयीं और बैंक मोड़ थाना गयीं. उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और बेटे का मोबाइल नंबर भी दिया. इस पर पुलिस ने मोबाइल से पता लगाया और उनसे कहा कि उनका बेटा जहां पर काम करता है, वहीं का लोकेशन मिल रहा है. यह सुन वो घर आ गयी. उनका मन बहुत घबरा रहा था. इसी बीच रात में फिर से थाना से फोन आया और वहां से कहा गया कि अपने बेटा का फोटो दे दिजिए, पता चलेगा तो बतायेंगे. फिर रात 11 बजे बंगला के गार्ड ने फोन किया और बताया कि आपका बेटा मिल गया है. उसने कहा कि उनका बेटा ठीक है और काम पर है, लेकिन सुबह पता चला कि बेटे ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है. वहां के कर्मियों ने उनकी उम्र को देखते हुए रात में उन्हें जानकारी नहीं दी थी.