Dhanbad News : ठंड बढ़ते ही वायरल संक्रमण की चपेट में आ रहे लोग, मेडिसिन विभाग के सभी बेड फुल
एसएनएमएमसीएच : मधुमेह, बीपी व स्ट्रोक के मरीजों की संख्या भी बढ़ी
धनबाद में ठंड का प्रकोप बढ़ते ही वायरल संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे है. संक्रमण तेजी से हर आयु वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. लोगोंं में बुखार, बदन दर्द, सर्दी, खांसी, सिर दर्द और गैस की समस्या सामान्य हो चुकी है. शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के मेडिसिन विभाग में पिछले तीन दिनों में वायरल संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. स्थिति यह है कि वर्तमान में अस्पताल के मेडिसिन विभाग में सभी बेड फुल है. मरीजों को बेड खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है. शुक्रवार को टुंडी से पहुंचे बुजुर्ग रामअवतार गोप को मेडिसिन विभाग में बेड खाली होने का घंटों इंतजार करना पड़ा. विभाग के एचओडी डॉ यूके ओझा ने बताया कि तापमान में अचानक से गिरावट होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में लोगों को शरीर के तापमान को एक तरह का बनाए रखने की जरूरत है.
ठंड में बढ़ जाते हैं ब्रेन स्ट्रोक के मामले :
वर्तमान में एसएनएमएमसीएच के मेडिसिन विभाग में मधुमेह, बीपी व स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ी है. आधे बेड इन मरीजों से भरे पड़े है. डॉ यूके ओझा ने बताया कि ठंड बढ़ने से मधुमेह, बीपी और स्ट्रोक के मरीजों को परेशानी होती है. ठंड में ब्रेन की नसें सिकुड़ने लगती है. ऐसे में उच्च रक्तचाप वाले मरीज को यह जानलेवा होता है. ऐसे मरीज को ठंड से बचाना चाहिए. इस प्रकार के मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ने लगते है. मधुमेह और रक्तचाप के मरीज को सुबह सूर्य निकलने के बाद थोड़ी देर टहलना जरूर चाहिये.खानपान में करें बदलाव :
डॉ ओझा ने बताया कि ठंड से बचने के लिए खानपान में बदलाव की जरूरत है. गर्म पानी का सेवन करें. खाने में घर का बनाया हुआ सूप या कोई गर्म खाद्य पदार्थ पियें. शाम होते ही बच्चे और बुजुर्गों को पूरे शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनाएं. सिर और कान जरूर ढंके. ठंडी चीजें खाने से बचें. सर्दी, बुखार होने पर फौरन चिकित्सक की सलाह लें. घर पर खुद दवा खाने से बचें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है