Dhanbad News:नई दिल्ली कॉलोनी में पांच साल पहले बिछायी पाइप, लेकिन एक बूंद पानी नहीं पहुंचा
Dhanbad News:हरिपुर के एक मात्र चापाकल से पानी भरते हैं नई कॉलोनी व हरिपुर के निवासी. प्रदूषित तालाब के पानी में नहाना-धोना करते हैं लोग.
Dhanbad News:शोभित रंजन, धनबाद. धनबाद नगर निगम अंतर्गत धनसार की नई दिल्ली कॉलोनी में पानी पहुंचाने के लिए पांच साल पहले पाइप लाइन बिछायी गयी, लेकिन उसमें एक बूंद भी पानी नहीं पहुंच पाया. कॉलोनी के लोग आज भी ड्रम, बाल्टी से पानी खरीद रहे है. यहां पेयजल की सबसे बड़ी समस्या है. इस इलाके में स्वच्छ पानी नहीं है, जिसके कारण लोगों को दूषित पानी पीना पड़ता है. विभाग द्वारा लगभग 22 लाख की लागत से जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाया गयी थी, लेकिन राइजिंग पाइप में प्रेशर नहीं मिलने से यह चालू नहीं हो पायी. स्थानीय लोगों ने बताया कि दो साल पहले कुछ घरों में पानी का कनेक्शन किया गया था. लेकिन मेन पाइपलाइन बिछाने के चक्कर में घरों पानी नहीं आ रहा है.
प्रदूषित तालाब के पानी के भरोसे पांच हजार की आबादी
नयी दिल्ली कॉलोनी की आबादी लगभग पांच हजार है. यहां एक तालाब है, जो पास के कोयला खदान के कारण से प्रदूषित हो गया है. प्रदूषित होने के बाद भी स्थानीय लोगों मजदूरी में इसके पानी का उपयोग करते हैं. इसी तालाब में लोग नहाने-धोते, खाना बनाने व बाकी दैनिक दिनचर्या करते हैं.
हरिपुर के एक चापाकल में आता है पानी
नई दिल्ली कॉलोनी की दूसरी तरफ हरिपुर कॉलोनी है. यहां पांच से सात चापाकल लगे हैं, लेकिन एक चापाकल को छोड़ कर किसी में पानी नहीं आता है. सभी चापाकल सूख गये हैं. इसी चापाकल के भरोसे नयी दिल्ली व हरिपुर कॉलोनी के लोग टीके हैं. इसी से कॉलोनी के लोग पानी भरते हैं. पेयजल का यही एक मात्र स्रोत है.
क्या कहते हैं निवासी
धन कुमारी छ नगर निगम ने घरों में पानी का कनेक्शन दिया था. दो साल पहले नया मेन पाइपलाइन बिछायी गयी. इसके बाद से घरों में पानी आना बंद हो गया है. मेन पाइपलाइन बिछाने के पांच के साल हो गये, लेकिन उसमें एक बूंद पानी नहीं आया.लखिया देवी: पानी का कनेक्शन लिये पांच साल हो गये. लेकिन आज तक नल में पानी नहीं आया. पानी का चार्ज हम आज भी देते हैं, लेकिन पानी नहीं मिलता है. पानी भरने के लिए दो-तीन किमी दूर जाना पड़ता है. क्या बच्चे, क्या बूढ़े सभी पानी ढोते हैं. कॉलोनी में पानी की समस्या है.
सुरेश देवी : कॉलोनी में पांच साल पहले पाइप बिछायी गयी. कुछ जगहों पर चार इंच पाइप बिछायी गयी है. कर्ज लेकर पानी का कनेक्शन लिया, लेकिन पांच साल बाद भी पानी नहीं आया. आज भी बाहर से पानी खरीदना पड़ता है. इससे आर्थिक बोझ बढ़ता है.मितु कुमार : हरिपुर में पांच से सात चापाकल है. एक चापाकल को छोड़ कर सभी सुख चुके हैं. एक मात्र चालू चापाकल से हरिपुर व नयी दिल्ली कॉलोनी के लोग पानी भरते हैं. कई बार विभाग को बोला गया है. मगर विभाग ने आज तक कोई कारवाई नहीं की है. दोनों कॉलोनी में पानी की समस्या बेहद गंभीर है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है