धनबाद.
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ धनबाद के जिला सचिव जय होरो ने प्लस टू शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों द्वारा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह को प्राचार्य पद की स्वीकृति के लिए ज्ञापन में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को कनीय मानकर उनके अधीन काम करने पर आपत्ति जताने वाले बयान का विरोध किया है. उन्होंने सोमवार को माध्यमिक शिक्षकों की वर्चुअल बैठक की. माध्यमिक शिक्षकों को प्लस टू विद्यालय के शिक्षकों की मानसिकता से अवगत कराते हुए इसका कड़ा विरोध करने का निर्णय लिया गया.वर्षों से खाली पड़े हैं प्रधानाध्यापक के पद:
जिला सचिव ने कहा कि माध्यमिक विद्यालय स्थापित विद्यालय हैं. जहां प्रधानाध्यापक के पद सृजित हैं. वर्षों से प्रधानाध्यापक के पद पूरे राज्य में रिक्त पड़े हैं. जिले के 139 माध्यमिक विद्यालयों में मात्र तीन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं.प्लस टू शिक्षक माध्यमिक विद्यालय के मेहमान हैं :
जिला सचिव ने कहा कि प्लस टू शिक्षक माध्यमिक विद्यालय के मेहमान हैं. उन्हें प्राचार्य बनना है तो 11वीं और 12 वीं के लिए अलग विद्यालय की मांग करे और प्राचार्य बन विद्यालय चलायें. माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक के ही निर्देश में संचालित होगे. संघ ने आगे की रणनीति पर विचार विमर्श कर आंदोलन करने का निर्णय लिया है.समय पर नहीं मिलती है प्रोन्नति :
उन्होंने कहा कि माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद सृजित होने के बावजूद कितने शिक्षक वरीय वेतनमान, प्रवरण वेतनमान और प्रोन्नति में देर होने के कारण प्रधानाध्यापक बनने से वंचित रह गये हैं. संघ जल्द ही विभागीय सचिव एवं शिक्षा मंत्री से मिलकर प्रधानाध्यापक की नियुक्ति सीधी बहाली एवं प्रोन्नति से बहाली की मांग करेगा. बैठक में प्रमोद सिंह चौधरी, लक्ष्मी नारायण, दयानंद सिंह यादव, सरोष हयात अली, पूनम मिश्रा, अर्चना कुमारी, मो. सरफराज, राहुल चौबे एवं अन्य माध्यमिक शिक्षक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है