धनबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मार्च को 35747 करोड़ रुपये की 17 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे. इसमें से 12 योजनाएं रेलवे की हैं. सात योजनाओं का शिलान्यास व दो उद्घाटन होगा. तीन-तीन लाइन की ट्रेन सर्विस को झंडी दिखायी जायेगी. वहीं पांच में दो कोल, एक एमओसीएफ व दो पावर से जुड़ी योजना का उद्घाटन होना है. यह जानकारी गुरुवार को डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने दी. वह डीआरएम सभागार में पत्रकारों से बात कर रहे थे. बताया : सिंदरी से सिंदरी यार्ड तक का विकास कार्य किया जाना है. लाइन के साथ ही आरआरआइ, सिग्नलिंग समेत अन्य कार्य किया जाना है. ताकि यहां से लोडिंग बढ़ायी जा सके.
शिवपुरी में एक साथ दो गाड़ियों में होती है लोडिंग
डीआरएम ने बताया शिवपुरी स्टेशन पर लॉन्ग हॉल फ्रेट ट्रेन की सुविधा है. यहां एक बार में दो मालगाड़ियों में लोडिंग होती है. रोजाना आठ गाड़ियों को लोड किया जा रहा है. यह देश की पहली साइट है, जहां एक बार में दो गाड़ियों को लोड कर रवाना किया जा सकता है.
17600 करोड़ की योजना से रेल सेवा का होगा विस्तार
डीआरएम ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी झारखंड में 17,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. परियोजनाओं में सोन नगर-अंडाल को जोड़ने वाली तीसरी और चौथी लाइन, टोरी-शिवपुर पहली और दूसरी और बिराटोली-शिवपुर तीसरी रेलवे लाइन (टोरी-शिवपुर परियोजना का हिस्सा), मोहनपुर-हंसडीहा नई रेल लाइन, धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन शामिल है. इन परियोजनाओं से राज्य में रेल सेवाओं का विस्तार होगा और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास होगा. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री तीन ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखायेंगे. इसमें देवघर-डिब्रूगढ़ ट्रेन सेवा, टाटानगर और बादामपहाड़ के बीच एमइएमयू ट्रेन सेवा (दैनिक) और शिवपुर स्टेशन से लंबी दूरी की मालगाड़ी शामिल है.
बिजली परियोजनाओं को समर्पित करेंगे पीएम
डीआरएम ने बताया कि प्रधानमंत्री झारखंड में उत्तरी कर्णपुरा सुपर थर्मल पावर परियोजना (एसटीपीपी), चतरा की यूनिट-1 (660 मेगावाट) सहित महत्वपूर्ण बिजली परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. 7500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित इस परियोजना से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में सुधार होगा. इससे रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा और राज्य में सामाजिक आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा. साथ ही प्रधानमंत्री झारखंड में कोयला क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.