Dhanbad News:बंगाल बॉर्डर पर पांचवें दिन भी आलू लदे वाहनों को रोका गया
Dhanbad News: बंगाल बॉर्डर पर पांच दिनों से आलू लदे वाहनों को रोके जाने से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के व्यापारी परेशान हैं.
Dhanbad News:पश्चिम बंगाल प्रशासन द्वारा बंगाल बॉर्डर के डिबूडीह चेक पोस्ट पर पांच दिनों से आलू लदे वाहनों को रोके जाने से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के व्यापारी, वाहन मालिक व चालक पेरशान हैं. शनिवार की रात दर्जनों आलू लदे ट्रक पश्चिम बंगाल से आ रहे थे, जिसे बंगाल पुलिस ने डिबूडीह चेकपोस्ट से लौटा दिया. रविवार की सुबह भी आलू लदे ट्रकों के झारखंड जाने पर रोक थी.
ट्रकों पर आलू सड़ने से व्यापारी चिंतित
बंगाल बॉर्डर पर आलू लदे वाहनों को रोके जाने के कारण वाहनों पर लदा आलू सड़ने से व्यापारी परेशान हैं. बंगाल पुलिस ने रविवार को भी आलू लेकर बंगाल से बाहर जा रहे दर्जनों ट्रकों को रोक दिया है. शनिवार को पुलिस ने बॉर्डर पर खड़े सैकड़ों आलू लदे ट्रकों को वापस कोल्ड स्टोरेज भेज दिया था.ममता सरकार ने 27 नवंबर से लगायी है रोक
27 नवंबर से ममता सरकार ने बंगाल से अन्य राज्यों में आलू ले जाने पर रोक लगा दी है. इससे आलू व्यापारियों और ट्रांसपोर्ट करने वाले ट्रक मालिकों और चालकों में रोष है. व्यापारियों का कहना है कि ममता सरकार के रवैये से उनके समक्ष रोजी-रोटी पर संकट आ गया है. वर्तमान में पश्चिम बंगाल में पुराना आलू 30 से 32 रुपये, तो नया आलू 40 रुपये किलो बिक रहा है.बंगाल से प्रतिदिन धनबाद पहुंचता है 1.20 करोड़ का आलू
बंगाल से हर दिन 25 से 30 गाड़ी आलू की आवक होती है. एक गाड़ी में 500 से 600 पैकेट आलू रहता है. इसकी कीमत लगभग चार लाख रुपये होती है. बंगाल से आलू की आवक रोके जाने से पिछले चार दिन में लगभग पांच करोड़ के आलू की आवक नहीं हो पायी. कारोबारियों के अनुसार झरिया व धनबाद में एक-एक ट्रक बंगाल से किसी तरह लाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है