Prabhat Khabar Impact: सिंदरी (धनबाद), अजय उपाध्याय-पश्चिमी सिंहभूम जिले के कराईकेला अंतर्गत भालूपानी के रहनेवाले आदिवासी छात्र संजीव कुमार कर्मा का नामांकन बुधवार को बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी) सिंदरी के बीटेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स में हो गया. प्रभात खबर में ‘9000 रुपये के अभाव में आदिवासी छात्र का बीआईटी सिंदरी में नहीं हो रहा नामांकन’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद झारखंड के अलग-अलग हिस्सों से कई लोग और संगठन मदद के लिए आगे आये. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी खबर पर संज्ञान लेते हुए धनबाद उपायुक्त माधवी मिश्रा को एडमिशन में अविलंब सहायता पहुंचाने का आदेश दिया. हालांकि बीआईटी प्रशासन इससे पहले ही रेस हो गया था. संस्थान के निदेशक डॉ पंकज राय ने संजीव कर्मा की फीस जमा कराकर नामांकन की प्रक्रिया पूरी करवायी. संजीव कुमार कर्मा एडमिशन के लिए 24 जुलाई से ही संस्थान का चक्कर लगा रहा था. मंगलवार को नामांकन की आखिरी तारीख थी. संस्थान के कई पदाधिकारियों से मिलकर उसने फीस के पैसे नहीं होने की बात बतायी थी. संस्थान ने इस छात्र को बुधवार तक का मौका दिया था.
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपने घर लौटा संजीव
संजीव कुमार कर्मा नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपने घर चला गया है. उसने प्रभात खबर को बताया कि अब क्लास शुरू होने पर वह धनबाद के बीआईटी सिंदरी आयेगा. इस बीच बीआईटी प्रशासन ने इस आदिवासी छात्र के बीटेक कोर्स का पूरा खर्च वहन करने का निर्णय लिया है. इससे पूर्व संस्थान के निदेशक डॉ पंकज राय ने बताया कि संजीव के नामांकन की राशि बुधवार को जमा करा दी गयी और नामांकन कर दिया गया है. इसमें उन्होंने स्वयं योगदान दिया है. इस प्रकार के सामाजिक दायित्व का निर्वहन पहले भी किया जा चुका है. संस्थान के एल्युमिनी छात्रों ने पहले भी इस तरह की मदद की है.
संजीव ने कहा-‘धन्यवाद प्रभात खबर’
बीआईटी जैसे संस्थान में अपना नामांकन होने पर संजीव कर्मा काफी खुश था. उसने बेहद भावुकता के साथ प्रभात खबर का धन्यवाद करते हुए कहा कि अखबार ने उसका कॅरियर बर्बाद होने से बचा लिया. आज प्रभात खबर नहीं होता, तो उसका इंजीनियर बनने का सपना शायद अधूरा रह जाता. संजीव ने कहा, ‘हमारा पूरा परिवार प्रभात खबर का आभार व्यक्त करता है, जिसकी पहल से उसका सपना पूरा होने जा रहा है. मेरा सपना देश के लिए कुछ करने का है.’ संजीव के पिता अर्जुन करमा पश्चिम सिंहभूम में एक रेलवे ठेकेदार के यहां दैनिक मजदूर हैं. घर में पैसे की किल्लत है. अर्जुन ने नामांकन के लिए संवेदक से एडवांस पैसे की मांग की थी, पर पैसे नहीं मिले. संजीव मंगलवार को संकाय अध्यक्ष डॉ डीके तांती से मिलकर उनसे अपनी आपबीती सुनाई थी.
मदद के लिए यहां से बढ़े हाथ
छात्र संजीव कुमार करमा के नामांकन में मदद के लिए धनबाद के अलावा रांची, कोडरमा, जमशेदपुर, देवघर के अलावा झारखंड के कई अन्य हिस्सों से लोग व संगठन आगे आये. धनबाद से भाजपा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा, कन्हैया मिश्रा, बलियापुर प्रखंड कार्यालय में निर्वाचन प्रभारी रवि चौरसिया, सिंदरी के भाजपा नेता लक्की सिंह, झरिया के लोजपा नेता बिहारी लाल चौहान, रूदल पासवान, डॉ जयंत कुमार, धनबाद प्रेस क्लब के अजय प्रसाद, दिलीप कुमार आदि संजीव कुमार करमा की मदद के लिए सामने आये.